वक्त का पहिया

वक़्त हमेशा एक जैसा नहीं होता है, कभी दुख तो कभी सुख से मिलाप होते रहता है। हमें स्वयं की समृद्धि और उन्नति पर गर्व नहीं करना चाहिए क्योकिन यह समयचक्र कब पलट जाए कहा नहीं जा सकता है। अमित…

0 Comments

देखो दिवाली आयी है

देखो दिवाली आयी है मन में मस्ती छाई है दीपक की किरणों से चहुँ ओर रोशनी छाई है अंधकार को भगाना उम्मींद का दीप जलाना है एक दीपक की लौ से हृदय में रोशनी लाना है पर्व मधुर मिलन का…

0 Comments