आया महीना रमज़ान का

आया महीना रमज़ान का खुशियों और अज़ान का रोज़ा रखें मिलकर, सब दुआ करेंखुशियों के हिंदुस्तान का इस बार कुछ अलग करें देश के साथ चलें इस संकट से सब मिलकर लड़ें घरों में ही नमाज़ पढ़ें नहीं मस्जिदों में…

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रक्तबीज कोरोना महामारी

आओ सुनाऊं- तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की, कोई देश बच ना सका, उस रक्तबीज कोरोना की ऐसी मार थी। आओ सुनाऊं- तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की, छूने से ही फैल गया, एक देश से दूसरे देश गया। लाखों…

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बस एक कदम

बस एक कदम और इस बार किनारा होगा।असफलता एक चुनौती है जब तक सफलन हो एक जंग जारी है।बस एक कोशिश और कही तो उज्जाला मिलेगा।आसमा के निचे उस बदली के पीछे कोईतो किरण होगी।इस अंधकार से लड़ने की कोई…

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जीवन और संघर्ष

जीवन वैभव का नहींसंघर्षों का पथ होता हैजीवन के पथ परअगर कोई रोके तो मत रुको, बढ़ते रहोनिरंतर चलते रहो, सतत चलते रहोप्यार की रेत समेतउम्मीद और विश्वास की ऊर्जा लिएसमर्पण की इमारत खड़ी करते रहोजीवन के पथ पर चलते…

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थोड़ा घरों में रुक कर तो देखो

यह वक्त भी गुजर जाएगा,थोड़ा संभल कर तो देखो,यह समय भी खुशनुमा हो जाएगा,थोड़ा घरों में रुक कर तो देखो, यह जंग भी जीत जायेंगे,घरों में ठहर कर तो देखो,जंग से सब साथ निकल जायेंगे,थोड़ी सहायता करके तो देखो, इस…

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हे भगवान अंतर्यामी

हे राम दूत चले आओ पवन की चालहरो जगत संकट रूप धरो विकरालमाँ अंजनी के पुत्र केसरी नंदन हनुमानकरत करत विनती हुए हम बेहालहे राम दूत चले आओ पवन की चाल हे प्रभु सुमिरन करे दिन-रात तुम्हारापड़ी विपदा ध्यान करो…

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करोना रे करोना

करोना रे करोना ।तुम इससे मत डरो ना ।हर पल हाथ धोओ ना।ता पीछे काम दूजा करो‌ ना।घर से तुम मत निकलो ना।घर में ही तुम रूको ना।छुआ छूत से बचो ना।खुद का जीवन बचाओ ना।सोशल डिस्टेनशिंग अपनाओ ना।देश हित…

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बहुत दिन हुए

आपसे मिले बहुत दिन हुए,जीवन रहा तो हम सदा की तरह मिलतें रहेगें.अभी कोरोना संकट काल चल रहा है,मिलना जुलना मुहाल हुआ है.हमें वो सब बातें याद है, भूला कुछ नहीं,जब मिलेगें तो सारे शिकवे गिले दूर होगें.बहुत दिन हुए…

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परशु के राम- परशुराम

परशुराम जयंती हिन्दू पंचांग के वैशाख माह की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। इसे “परशुराम द्वादशी” भी कहा जाता है। अक्षय तृतीया को परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।ऐसा माना जाता है कि इस दिन…

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शस्त्र और शास्त्र के प्रकाण्ड विद्वान भगवान परशुरामजी

युग और काल से परे शस्त्र और शास्त्र के प्रकाण्ड विद्वान भगवान परशुरामजी भगवान नारायण के षष्टम अवतार परशुरामजी को माना जाता है । भगवान के आवेशावतार के रूप में भी इन्हें जाना जाता है इसी कारण इनका स्वभाव अतिक्रोधी…

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परसुराम जयंती

भारत भूमि पर अवतरित हुए एक वीर महान पापियों का विनाश करने विष्णु अवतारी परसुराम भृगुवंशी के जमदग्नि का लाल बड़ा ही विकराल था परसा धारण करने वाला बल में बड़ा ही विशाल था एक्कीस बार अधर्मी राजाओं का धरती…

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उमंग में लालिमा

कलमकार हिमांशु बड़ोनी (शानू) की एक कविता पढें। हमारे भीतर अनेक उमंगे होती है लेकिन क्या हर उमंग सकारात्मक होती है? कह कर चोरी करूंगा,क्या चोरी कर कह सकूंगा?सह कर दिया करूंगा,क्या ठोकरें सब सह सकूंगा?चलूंगा साया बन कर,क्या साये-सा…

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भगवान परशुराम को समर्पित पँक्तियाँ

जमदग्नि के तेज पुंज जय महावली नर धारी तुम दया धर्म के रखवाले और दुष्टों के संहारी तुम माना क्रोध बहुत है लेकिन पाप नाश आवश्यक तुम अखिल विश्व के स्वामी हो नारायण अवतारी तुम कर्ण द्रोण हाँ भीष्म गुरु,…

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भ्रष्टाचार की दुनिया

कलमकार विमल कुमार वर्मा ने भ्रष्टाचार पर अपने विचार इस कविता में व्यक्त किए हैं। भ्रष्टाचार एक बीमारी की तरह सबको ग्रसित करता है और यह कदापि हितकारी नहीं होता है। अरे! यहां क्या देखते हो, जरा वहां भी तो…

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अभी वक्त है

अभी वक्त है हमलोगों को सम्भल जाना है, घर में ही रहकर कोरोना को हराना है अपने देश से भगाना है! इस माहौल में घर से कहीं बाहर न जाना है हमलोगों को लोक-डाउन का पालन करना है, घर में…

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लक्ष्मण रेखा नहीं लांघना है

इस महामारी से दुनिया दंग हैमानवता को बचाने का जंग है लॉकडाउन में नहीं घूमना है कोरोना के कड़ी को तोड़ना है लक्ष्मण रेखा नहीं पार करना है बाहर रावण रूपी बैठा कोरोना हैपरिवार संग समय बिताना है भूल कर…

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सम्भले रहो

एक विपदा आई हैसम्भले रहो, सम्भले रहोबैठ कर देखो तमाशा हो रहा है जो, संसार मेंपर करना कुछ भी नहींयदि, करना है तो बस ये करोकेवल अपनी 'खटिया' से चिपके रहो, चिपके रहोहो कर चुपचाप देखोटी. वी. पर सबकी बात…

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कोरोना आया है लॉकडाउन स्वरूपा

ऐ! प्रकृति प्रदत्त चीजो से इंशा, मत करो खिलवाड़ तुमरौद्र सा तेवर जागेगा जब, क्या सह पाओगे दहाड़ तुम?युगों युगों से देती आई जो, जीवनदायिनी सतरंग भी"मां" बन पोशी अपने अंचल में, सदा निभाई संग भीसुख सागर सा प्राण दिया…

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तो क्या

माना विद्यालय बंद हैतो क्या अध्ययन, अध्यापन सब बंद रहेगा?माना सड़क पर नहीं जाना हैतो क्या हम ऐसे ही घूमते रहेगे?माना कि कुछ राष्ट्र द्रोही पत्थर फेंक रहे हैंतो क्या हम राष्ट्र धर्म छोड़ देगें?माना कि आवागमन बंद हैतो क्या…

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प्रेम भाव ही करुण वेदना

साक्षी सांकृत्यायन की यह रचना मन की वेदना वयक्त करती है। वह वेदना जिसे हम सभी किसी अन्य से साझा करना चाहते हैं और उससे कभी प्यार का एहसास होता है तो कभी पीड़ा। अब नहीं चाहता कोई सुनना, मन…

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