ये बिन मौसम की बारिश क्या कहने आई हैं।
रो रहा हैं खुदा हमें ये बताने आई हैं।।
खुदा ने पृथ्वी पर सबसे ताकतवर जीव इंसान बनाया।
जिसने अपनी ताकत के दम पर हर जीव को सताया।।
अपने शौक के लिए उसने जंगली जीवों का आखेट किया।
तो कभी अपने ऐश्वर्य के लिए प्रकृति से खिलवाड़ किया।।
हर बार इंसान ने केवल अपना स्वार्थ साधा।
जिससे एक पिता को बेबस होकर रोना पड़ा।।
वो पिता रो रहा हैं मतलब संकट हैं बड़ा।
समझ जाओ “कोरोना” हमारी सोच से हैं बड़ा।।
माफी मांग लो खुदा से वो पिता हैं माफ कर देंगे ।
हमारे हर संकट को सुदर्शन से हर लेंगे।।
संभल जाओ, कहीं ऐसा ना हो सब नष्ट हो जाये।
गलती से इंसान के हाथों इंसान का ही अंत ना हो जाये।।
~ दीपिका राज बंजारा