स्वास्थ्य है अनमोल धन
रहता इससे तंदुरुस्त मन
चाहे पैसे कमा लो चार
बिन स्वस्थ जीवन बेकार
स्वास्थ्य से चमकती काया
चाहे कमा लो कितनी माया
माया को भी उसने कमाया
जो स्वास्थ्य शरीर रख पाया
विकट समस्या आ पड़ी
बीमारियाँ सबके द्वार खड़ी
गर बिमारियों से हैं बचना
स्वास्थ्य का ध्यान रखना
पिज़्ज़ा बर्गर से नाता तोड़ो
हरी सब्ज़ियों से नाता जोड़ो
शराब माँस मछ्ली आदि के
उपभोग करने से मुँह मोड़ो।
गर स्वास्थ्य शरीर पाना
योग करो प्रातः रोज़ाना
सुबह शाम भ्रमण कर
सन्तुलित आहार ही खाना।
~ महेन्द्र परिहार “माही”