Post category:COVID19 / कविताएं Post published:April 6, 2020 युद्ध चल रहा युद्ध अब बिछ रही लाशे शत्रु अदृश्य है थम रही साँसे। न बम है न बारूद खौप है मन में अमेरिका का भी पस्त है इटली त्रस्त है चीन अभी मस्त है भारत दृढ़ है चल रहा युद्ध अब बिछ रही लाशे। ~ सतीश कुमार माहतो Tags: SWARACHIT589A, कोरोना वायरस Read more articles Previous Postशुक्रगुज़ार हैं प्रधानमंत्री जी केNext Postमृत शरीर सा छाती लिए Leave a Reply Cancel replyCommentEnter your name or username to comment Enter your email address to comment Enter your website URL (optional) Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page. Δ You Might Also Like सितंबर २०२०- अधिकतम पढ़ी गई कविताएं October 5, 2020 नफरतों के मीनार October 11, 2019 हैवानियत की खिलाफत December 1, 2019 मैं कहता हूँ गजल March 11, 2020 कोरोना आया April 3, 2020 मेरी बीमार मां October 29, 2019