हनुमान जयंती- संकट हरेगें हनुमान

हनुमान जयंती- संकट हरेगें हनुमान

हनुमान जयंती

आज हनुमान जयंती है, ऐसा लगता है जैसे सारी दुनिया बंसती है।
आज दिवस है बड़ा ही पावन, आज अवतरण राम मनभावन।
अंजनी सुत वो केशरी नंदन, मंगल करण जग महा जग वंदन।
अष्ट सिद्धि नव निधि के निधान हो, राम भक्तों में तुम सबसे महान हो।
तुम्हारा भजन कीर्तन राम को भाता है, जो सारे दुख दरिद्र तुमको देख भागता है।

संकट हरेगें हनुमान

संकट हरेगें हनुमान, जो है बल बुद्धि के निधान.
द्रुति कार्यकर्ता सब बिघ्नहर्ता, मंगल कारक है कपि हनुमान.
शंकर सुवन केशरी नंदन, हम सब करते आपका वंदन.
तीनों लोको मे डंका बाजत, जो सुमिरे हनुमत गुण आगर.
राम कार्य में सबसे आगे, आप को देख भूत प्रेत सब भागें.
अंजनी के ये लाल बड़ो है, करते ये तो कमाल बड़ो बड़ो है.
आप तो है गुण ज्ञान के सागर, सबके मनोकामना के भरते गागर.
अतुलित बल वाले राम दूत है, आप तो केशरी अंजनी सूत है.
प्रभु चरित्र सुनने में मन लगावें, राम भक्ति बड़े मन से गावै.
श्रीराम ने बहुत बड़ाई किया है, भरत जैसा आपको भाई कहा है.

~ डॉ. कन्हैयालाल गुप्त ‘किशन’

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