आओ सुनाऊं- तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की,
कोई देश बच ना सका,
उस रक्तबीज कोरोना की ऐसी मार थी।
आओ सुनाऊं- तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की,
छूने से ही फैल गया,
एक देश से दूसरे देश गया।
लाखों को ही मार गया।
भय का कर, ऐसा संचार किया।
जीवन पर ऐसा वार किया।
उस रक्तबीज कोरोना ने हर कहीं विनाश किया ।
अर्थव्यवस्था पर घात किया।
धर्म भी ना बच सका इससे,
इंसानियत पर ऐसा आघात किया।
आओ सुनाऊं- तुम्हें कहानी ,
ऐसे महाविनाश की, कोई देश बच ना सका।
उस रक्तबीज कोरोना की ऐसी मार थी।
लोगों को घर में बंद किया।
गरीबों को बेघर किया।
खड़ी फसल सड़ गई खेतों में,
मेहनत को बेरंग किया।
आओ सुनाऊं- तुम्हें कहानी।
ऐसे महाविनाश की,
कोई देश बच ना सका।
उस रक्तबीज कोरोना की ऐसी मार थी।
एकजुट होकर विश्व खड़ा था।
रक्तबीज कोरोना हर कोई लड़ा था।
~ प्रीति शर्मा “असीम”