महामारी का दौर है सब घर में ही करो विश्राम,
बाहर घूम रहा है कोरोना, है बाहर जाना हराम,
मंदिर मस्जिद गिरजा गुरुद्वारा सब ताले में बंद
घर में बैठकर ही भजो, सभी अपने अपने राम।नर सेवा में लगे हुए वो नरवीर संभाल रहे काम,
इन वीरों के इर्द गिर्द आज घूम रहे हैं चारों धाम,
राष्ट्र बचाने की खातिर ये घर अपना भुल बैठे हैं
मानव हित में लगे हुए हैं ये सब सुबह औे’ शाम।ये सब फर्ज निभा रहे, अब फर्ज निभाए अवाम,
जहां दिखें नर वीर तुम्हें, सब उनको करें सलाम,
ईश वंदना में भी हम सब, उनकी सलामती मांगें
इन वीरों के मात-पिता को, कोटि-कोटि प्रणाम।~ देवकरण गंडास “देव”