इंसानियत का रिश्ता
निभाने का वक़्त है
हर भूखे को रोटी
खिलाने का वक़्त है..।।
मजबूर जो बेबस हैं
कोरोना की मार से
हम साथ उनके हैं
ये दिखाने का वक़्त है..।।
ये दुःख भी बांट लो चलें
मिलजुल कर आज हम
एक अच्छा इंसान
बनने का वक़्त है..।।
विजयी बनेंगे आप हम
यदि ठान लीजिए
एक अच्छा हिंदुस्तान
बनाने का वक़्त है..।।
जो छुपकर बैठे हैं
किसी मजहब की आड़ में
तुम भी हो हिंदुस्तानी
ये दिखाने का वक़्त है..।।
दिखाने का वक़्त है..।।
~ विजय कनौजिया