तुम निराश मत होना

तुम निराश मत होना

जीवन का ये मूल मंत्र है तुम सदैव खुश रहना
कितने भी हों दुःख तुम्हें किसी से मत कहना

होगा जो होना है तुम किस्मत से लड़ते रहना
कल कल करते सरिता जैसे तुम बहते रहना

घनघोर प्रलय की आभाओं से भी मत डरना
मुश्किलात ए राहों पर तुम आगे बढ़ते रहना

मंजिल अभी दूर है लेकिन निराश मत होना
अपने अंतर्मन की शक्ति बिलकुल मत खोना

राह कठिन है यह सोच कर पीछे मत हटना
एक नई उम्मीद के संग तुम आगे बढ़ते रहना

चलते -चलते बढ़ते रहना लक्ष्य तुझे पाना है
होगी जीत तुम्हारी एक दिन यदि तुमने ठाना है

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