कोरोना वायरस से सामना- ५ कलमकारों के संदेश
१. कुंडलिया छंद- कोरोना भी कह रहा कोरोना भी कह रहा, बनो तुम समझदार।हाथ मिलाना छोड़कर, करो सब नमस्कार।करो सब नमस्कार, रहोगे स्वस्थ सदा तुम।छोड़ो खाना मांस, कोरोना भगे दबा दुम।कहे 'नवल' कविराय, हाथ पैरों को धोना।रखना सबकुछ साफ, डरेगा…
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March 23, 2020