Category: COVID19

  • जीने की चाहत

    जीने की चाहत

    तुम्हारी जीने की चाहत देखकर अच्छा लगा, तुम्हरा घर में यू डर कर कैद हो जाना अच्छा लगा, खुद को खुदा समझने वाले मौत की आहट सुनकर ही डर गए, तुम्हारा खुद को मर्द कहने पर थोड़ा भद्दा लगा, इंसानियत भी तुम में कहा जिंदा है अब जो तुम इंसान हो, मगर उनका दूसरो के…

  • भारत जाग… चीनी वस्तु परित्याग

    भारत जाग… चीनी वस्तु परित्याग

    अब वक्त की है यही पुकार, भारत जाग, भारत जाग। लोभ लिप्सा में आकर जिसने विश्व को कर दिया बीमार। जिसकी धन लिप्सा ने इतने जख्म दिये धरती पर यार। जो कर रहा मानव जीवन का सौदा और अपना बढ़ाये व्यापार। बूढ़े मरते, बच्चे मरते, तड़प रहा है सारा जहान। अब यह समय आ गया…

  • कोरोना वायरस से सीखें जीवन के बहुमूल्य सबक

    कोरोना वायरस से सीखें जीवन के बहुमूल्य सबक

    पूरा विश्व कोरोना वायरस के कारण कठिन समय से गुजर रहा है। क्षेत्रों, राज्यों की सीमाएं बंद, स्कूल-कॉलेज बंद, यात्रा बंद और हम सभी अपने अपने घरों में बंद। भोजन, पानी अन्य साधनो की कमी, कोरोना ग्रसित लोगों की बढ़ती संख्या, सम्बंधित खबरें, ये सभी घर के अंदर बैठे व्यक्ति को मानसिक तथा शारीरिक प्रताड़ित…

  • वो भी दिन थे

    वो भी दिन थे

    वो भी दिन थेक्या फिर से वो दिन आएगेंन हम यूँ ही घरों में रह जाएंगे।। वो भी दिन थेक्या फिर से वो दिन आएँगेअपनो से कभी हाथों में हाथ,कंधा में कंधा मिला के चल पाएँगे।। वो भी दिन थेक्या फिर से वो दिन आएंगेरोजाना जैसे जीते थेजिंदिगी वैसे फिर से जी पाएँगे।। वो भी…

  • ये सिरफिरे

    ये सिरफिरे

    कोरोना रक्षक के हौसलों को तोड़ते ये सिरफिरे।देश के लिए नासूर बनते जाते ये सिरफिरे,इनकी कोई जाति नहीं, इनका कोई धर्म नहीं,जाति धर्म के नाम पर धब्बा लगाते ये सिरफिरे।दवा इलाज का बचाव का ईनाम ईट पत्थरों से देते ये सिरफिरे।किसी देश के नाम पर बदनुमा दाग है ये सिरफिरे।इन्हें तहज़ीब, शिक्षा, धर्म की कोई…

  • रूहों के ज़ालिम तुझे हुआ क्या है?

    रूहों के ज़ालिम तुझे हुआ क्या है?

    आज महामारी के दौरान जबकि सभी नागरिक अपने घरों में क़ैद है और कुछ ना कुछ सुकून से है और जी रहे है और वही दूसरी तरफ देश की पुलिस,डॉक्टर,समाज सेवी आदि सुधि जन अनवरत सेवा भाव में लगकर कितनों की ज़िन्दगी बचा रहे है और अपने ही परिवार से विमुख होकर अपनी ज़िंदगी को…

  • कोरोना के बाद

    कोरोना के बाद

    कोरोना काल के बादऐसा कुछ हो जाएगा।आपस मे एक दूजे सेमिलने से कतराएंगे।सामाजिक कार्यक्रम भीअब बन्द हो जाएंगे।गली मोहल्ले बाजारों मेंअब भीड़ न हो पाएगी।होली दीवाली ईद सारेघर बैठ के ही मनाएंगे।ज़िन्दगी है जनाबछोड़ कर चली जायेगी ।मेज़ पर होगी तस्वीर कुर्सी खाली रह जायेगी ।हर इंसान पट्टी मुंह बांधडाकू सा नजर आएगा।सर्दी जुकाम बुखार…

  • दो गज की दूरी

    दो गज की दूरी

    बात है जरूरी बताना भी है जरूरीबना लो दो गज की दूरीरिस्ते है जरूरी मत बढाओ मन कि दूरी बना लो दो गज की दूरीडकोई बात हो मजबूरीनही जाना है जरूरीये जहान भी जरूरी ये जान भी जरूरी बना लो दो गज की दूरीअफवाहो को मत फैलाओ तुमबिना वजह बाहर मत जाओ तुमसमाजिक दूरी भी…

  • कोरोना रूपी राक्षस

    कोरोना रूपी राक्षस

    हवाओ में भी विष घुल गया।संकटो में भी देश पहुंच गया।कोरोना रूपी राक्षस भी।मानव जाति का भक्षक बन गया। पाश्चात्य सभ्यता को अपनाओ।हाथ मुंह धोकर घर के अंदर आओ।सोशल डिस्टेनशिंग रूपी राम बाण चलाकर।कोरोना राक्षस को तुम मार भगाओ। कोरोना राक्षस को तुम मार भगाओ।घर में तुम थम जाओ।परिवारों के साथ तुम समय बिताओ।कोरोना पर…

  • प्रकृति शक्ति- सौम्य रूपा

    प्रकृति शक्ति- सौम्य रूपा

    हे प्रकृति शक्ति-सौम्य रूपा, तुझको मेरा नमन, मेरा नमन! शमन अपनी शक्ति रौद्र रूपा, तुझको मेरा नमन, मेरा नमन! त्राहि त्राहि मचा हुआ है जगत में,विनाश हो रहा है जगत का शमन अपनी शक्ति रौद्र रूपा, तुझको मेरा नमन, मेरा नमन! गलती हुई तेरे इस नादान बालक से, अब क्षमा कर दे माँ! कष्ठ निवारण…

  • कैसी लीला तेरी भगवन

    कैसी लीला तेरी भगवन

    ये कैसी लीला तेरी भगवन, कैसी ये घडी आई है।बेबस असहाय लगता मानव, कैसी ये महामारी छाई है।। जहाँ हैं वहीं रहने को, लोग हो गए हैं मजबूर।‘कोरोना” ने अपनों को, अपनों से भी कर दिया है दूर।। सर्वशक्तिमान का दंभ भी, चकनाचूर हो रहा है।त्राहिमाम कर रहे, रोज हजारों मौत की नींद सो रहा…

  • कलयुगी कोरोना

    कलयुगी कोरोना

    हे कलयुग! तुम्हारे राज़ में सभी कलयुगी क्यों है? तुम्हे नहीं पता? तब तो, खेदजनक बात है! हमारे ही बुजुर्गों ने ही तो कहा था! अन्याय होगा!अधर्म होगा! नहीं पता तुम्हे? बताता हूं, फिर सुनो!! लोग बाप पर हाथ उठाते डरेंगे नहीं मां को पीड़ा देने से हिचकेंगे नहीं जब परिवार, घर, समाज, गांव व…

  • खुदा से पूछना है

    खुदा से पूछना है

    खुदा से पूछना है ये सब क्या माज़रा है इंसानों को अब इंसान से डर है। खुदा से पूछना है ये सब क्या नज़ारा है गलियों में सन्नटा और बंद हर घर है।। खुदा से पूछना है ताबीर क्या देखना चाहते है आप हम इंसानों का कि इंसानों में कितना डर है।। ख़ुदा से पूछना…

  • तालाबंदी का समर्थन

    तालाबंदी का समर्थन

    सुनसान शहर हर गली वीरान हैं। कहाँ गए इंसान यह सोच पशु भी हैरान हैं।। कुदरत का यह कैसा कहर बरस रहा हैं। इंसान अब बाहर निकलने से भी डर रहा हैं।। बड़े-बड़े महल भी अब जेल लगने लगे हैं। बाजारों के नजारें अब श्मशान से लगने लगे हैं।। हालात अब बदल से रहे हैं।…

  • वह वक्त आएगा

    वह वक्त आएगा

    वह वक्त आएगा जब विनाश टलेगा मानवता जीतेगी और कोरोना भाग जाएगा । वह वक्त आएगा जब इस रास्ते के कांटे को सभी मिलजुल कर हटाएंगे और फिर से मानव प्रेम की माला बनाएंगे । वह वक्त आएगा जब कैद हुआ पंछी फिर आजादी मनाएगा और पंख फैलाकर आसमान में उड़ जाएगा । वह वक्त…

  • आया महीना रमज़ान का

    आया महीना रमज़ान का

    आया महीना रमज़ान का खुशियों और अज़ान का रोज़ा रखें मिलकर, सब दुआ करेंखुशियों के हिंदुस्तान का इस बार कुछ अलग करें देश के साथ चलें इस संकट से सब मिलकर लड़ें घरों में ही नमाज़ पढ़ें नहीं मस्जिदों में यूँ जुटें जरूरतमंदों की मदद करें ये दिन भी गुजर जायेंगे रोज़ा, सहरी और नमाज़…

  • रक्तबीज कोरोना महामारी

    रक्तबीज कोरोना महामारी

    आओ सुनाऊं- तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की, कोई देश बच ना सका, उस रक्तबीज कोरोना की ऐसी मार थी। आओ सुनाऊं- तुम्हें कहानी ऐसे महा विनाश की, छूने से ही फैल गया, एक देश से दूसरे देश गया। लाखों को ही मार गया। भय का कर, ऐसा संचार किया। जीवन पर ऐसा वार किया।…

  • बस एक कदम

    बस एक कदम

    बस एक कदम और इस बार किनारा होगा।असफलता एक चुनौती है जब तक सफलन हो एक जंग जारी है। बस एक कोशिश और कही तो उज्जाला मिलेगा।आसमा के निचे उस बदली के पीछे कोईतो किरण होगी।इस अंधकार से लड़ने की कोई तो ज्योति होगी,बस एक कदम और इस बार किनारा होगा। माना ये अदृश्य है,…

  • जीवन और संघर्ष

    जीवन और संघर्ष

    जीवन वैभव का नहींसंघर्षों का पथ होता हैजीवन के पथ परअगर कोई रोके तो मत रुको, बढ़ते रहोनिरंतर चलते रहो, सतत चलते रहोप्यार की रेत समेतउम्मीद और विश्वास की ऊर्जा लिएसमर्पण की इमारत खड़ी करते रहोजीवन के पथ पर चलते रहो। जीवन शांति का कुंज नहींअशांति का झुरमुट होता हैइस पथ पर शांत मन सेअपनी…

  • थोड़ा घरों में रुक कर तो देखो

    थोड़ा घरों में रुक कर तो देखो

    यह वक्त भी गुजर जाएगा,थोड़ा संभल कर तो देखो,यह समय भी खुशनुमा हो जाएगा,थोड़ा घरों में रुक कर तो देखो, यह जंग भी जीत जायेंगे,घरों में ठहर कर तो देखो,जंग से सब साथ निकल जायेंगे,थोड़ी सहायता करके तो देखो, इस युध्द में भी विजयी होंगे,थोड़ा सतर्क रहकर तो देखो,शत्रु भी यूँ ही सड़कों पर सड़…