Category: कविताएं

  • बसंत पंचमी विशेष कविताएं

    बसंत पंचमी विशेष कविताएं

    हिन्दी कलमकार ऋतुराज का वर्णन अपनी कविता में कर रहे हैं। बसंत ऋतु के आने से चारों ओर प्रकृति का नया रूप दिखाई देता है और सभी प्राणियों में हर्ष की एक नई लहर सी दौड़ जाती है। बंसत पंचमी खिल उठा प्रकृति का कण-कणचहुँओर अरूण की लालिमा छाई हैपीत वसन धारण कर धराखुशहाली का…

  • माता सरस्वती की स्तुतियाँ

    माता सरस्वती की स्तुतियाँ

    तुम प्रीति रूप हो माँ तुम विद्या की देवी हो, तुम वेद की ऋचा हो।संगीत रूप हो माँ, तूम प्रीति रूप माँ।।वीणा बजाने वाली माँ, तम को मिटाने वाली माँ।ज्योत फैलाने वाली माँ, विद्या वर देने वाली माँ ।। हर रूप जगत में माँ, भास तुम्हारी हैं।हर दास त्रास में माँ, विश्वास तुम्हारी हैं।।तुम ध्यान…

  • ऋतुराज बसंत का आगमन

    ऋतुराज बसंत का आगमन

    ऋतु ये वसंत आई ऋतु ये वसंत आई फूलों की बहार लाईमन में सुमन खिल रहे हैं दिन रात मेंयौवन पे ये निखार करके सौलह श्रृंगारइठलाती जा रही हो बात बिना बात में। जुल्फें ये झूम झूम गालों को रही है चूमत्रबिध समीर बहे रात में प्रभात मेंप्रिये की कसम तोड़ फूलों की ये सेज…

  • वैलेंटाइन वीक- इमरान संभलशाही के विचार

    वैलेंटाइन वीक- इमरान संभलशाही के विचार

    कलमकार इमरान संभलशाही जी ने ‘वैलेंटाइन वीक’ की व्याख्या अपनी कुछ कविताओं के माध्यम से की है। आइए उनके विचार पढ़ें- वैलेंटाइन डे वेलेंटाइन मैंने तुम्हेंदेखा है ऐसेफिर सोचा है ऐसेऔर तब जाकर चाहा है ऐसे जैसे कोईबरसींग की फसल उगाकरबार बार अपनी हंसिए से काटता हैमैं बार बार कटने से बार बार उग आता…

  • वैलेंटाइन डे- हिन्दी रचनाकारों के विचार

    वैलेंटाइन डे- हिन्दी रचनाकारों के विचार

    Valentine’s Day- Sunday, 14 February 2021: Valentine’s Day, also called Saint Valentine’s Day or the Feast of Saint Valentine, is celebrated annually on February 14. इश्क का ताजमहल इश्क के नाम परइश्क की बाजिया सजेगी।शतरंज की बिसात परघनघोर तमाशा होगा।जब हुस्न, इश्क के नाम परनंगा होगा सरेबाजार, ओरअनगिनत ताजमहलो के चिरागबुझा दिए जाएंगे।और खंडहर हो…

  • जनवरी २०२१ – अधिकतम पढ़ी गई कविताएं

    JANUARY-2021: 1) जिंदगी ~ राजीव रंजन पाण्डेय • 2) यादों का कोई मोल नहीं ~ कुमार उत्तम • 3) विरहणी कान्हा की ~ मधु शुभम पांडे १) जिंदगी मुश्किल इतनी बड़ी की आशा हो गईजिंदगी है फिर भी जिंदगी से निराशा हो गईजिंदगी को समझ न सका तो जिंदगी बेवफा हो गईजिंदगी का कोई भरोसा…

  • गणतंत्र दिवस – २६ जनवरी

    गणतंत्र दिवस – २६ जनवरी

    खुशी का त्योहार है गणतंत्र दिवस खुशी का त्योहार है अपनासबके मन में उमंग हैअपने वतन में भाईचारादेख कर पूरी दुनिया दंग हैखुश हों सारे भारतवासीगणतंत्र दिवस यह आया हैआपसी सौहार्द कायम रहेयह सन्देशा लाया हैसब धर्मों के लोग यहांमिल जुल कर सब रहते हैंपहले हैं हम भारतबासीसब सीना ठोक कर कहते हैंकोई मुश्किल आन…

  • सुभाष चंद्र बोस की  १२५ वीं जयंती- विशेष कविताएं

    सुभाष चंद्र बोस की १२५ वीं जयंती- विशेष कविताएं

    मूलमंत्र आजादी ~ डॉ.राजेश पुरोहित आत्मबल अंतर में रख जिसने स्वतंत्रता दिलाई थी।गौरों को सबक सिखाकर जिसने वीरता दिखाई थी।। आज़ादी जिसका मूलमंत्र कसम देश की खाई थी।नेताजी संग नोजवानों ने ली तब अंगड़ाई थी।। दूर फिरंगियों को करने की ताकत तभी दिखाई थी।बोस के भाषण से अंग्रेजी शासन की नींद उड़ आई थी।। जापान…

  • मकरसंक्रांति

    मकरसंक्रांति

    मकरसंक्रांति महापर्व की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ हिन्दी रचनाकारों के सन्देश इन कविताओं मे पढिए। मकर संक्रांति शुभमस्तु ~ संजू ‘गौरीश’ पाठक आते आदित्य मकर में जब,संक्रांति पर्व होता पावन । तिल गुड़ की फिर मिठास देखो,लगती सबको है मनभावन । ऊंची उड़ान भर इठलाती,नभ मे जा दूर पतंगें जब। संदेशा यह भी देतीं हैं,रहिए…

  • दिसंबर २०२०- अधिकतम पढ़ी गई कविताएं

    DECEMBER-2020: 1) हे नारी ~ आशुतोष गौतम • 2) नि:शेष तेरा साम्राज्य ~ डॉ. सरिता नेगी • 3) दिखा दे शक्ति का अवतार है तू ~ प्रियंका पान्डेय त्रिपाठी १) हे नारी हे नारी!तुम अनादि सुख की नारी होतुम ही भवानी तुम ही शारदातुम ही लक्ष्मी, तुम ही देवी होहे नारी!तुम से ही जगत संसारतुम…

  • युवा दिवस- स्वामी विवेकानंद जयंती

    युवा दिवस- स्वामी विवेकानंद जयंती

    स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन और देश के सभी युवाओं को “राष्ट्रीय युवा दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएँ। राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर कुछ कविताएं पढ़िए। १) युवा शक्ति हम युवा शक्ति को जगा रहें।दंभ, द्वेष, पाखंड,आलस को भगा रहें।स्तम्भ हैं ये राष्ट्र कानवचेतना का सागर हैं।ये रूप में हैं…

  • विश्व हिन्दी दिवस

    विश्व हिन्दी दिवस

    कलमकारों  ने विश्‍व हिन्‍दी दिवस के अवसर पर चंद पंक्तियाँ हम सभी से साझा की है जो बतातीं हैं कि हिंदी साहित्य की जड़ें बहुत मजबूत हैं और यह सदैव विकास के मार्ग पर अग्रसर रहेगा। १) प्रिय हिन्दी ओ! प्रिय हिन्दीहै सम्मान हमाराकरो उद्धारऐश्वर्यवान् तुमओजस्वी वाणीकुमारलतिका होजननी तुमअभिमान हमाराप्रशंसनीयसंस्कारों की दुनियांप्रकाश पुंजहै श्रृंगार तुम्हाराजगत…

  • दस लोकप्रिय कविताएं- २०२०

    दस लोकप्रिय कविताएं- २०२०

    हिन्दी बोल इंडिया के फेसबुक पेज पर पाठकों ने साल २०२० में इन दस कविताओं को बहुत पसंद किया। आप भी पढ़ें औए अपनी राय बताएं। १) वो दिन यूँ तो अक्सर यादों की बरसात होती है,गुजरे लम्हों में बीते पलों की एहसास होती। वो पहला दिन आँसूओं की बरसात हुई थी,नये माहौल में थोड़ी…

  • साल २०२१ का आगमन – रचनाकारों के संदेश

    साल २०२१ का आगमन – रचनाकारों के संदेश

    १. नव वर्ष की पहली सुबह ~ प्रियंका जेना है नया साल ये आया,नव वर्ष की पहली सुबह,नए दिन के साथ नये साल का ये आगाज़ है,लगता है कुछ होने को है बहुत खास,नए साल के पहले सूर्योदय की लालिमाकह रही मानो ये हमसे आज,कि वर्ष 2021 लाया संग खुशियों की सौगात है,सभी का जीवन…

  • नववर्ष २०२१ के लिए नियमित कलमकारों की कविताएं

    नववर्ष २०२१ के लिए नियमित कलमकारों की कविताएं

    १. नया साल सबको मुबारक रहे ~ डॉ आनन्द किशोर ये नया साल सबको मुबारक रहेहर ख़ुशी ज़िन्दगी में बिना शक़ रहे और मुक़म्मल मिले दिल को चैनो-सुकूँजल्दबाज़ी न कोई भी धकधक रहे सब गले मिल के आपस में बातें करेंदूर शिकवे-गिले हों जो अब तक रहे नफ़रतों की जगह दिल में बाक़ी न होप्यार…

  • नए साल का शुभारंभ

    नए साल का शुभारंभ

    १. नया साल, नई उम्मीद ~ राजीव डोगरा नया सालनई उम्मीद लेकर आया है।छोड़ चुके हैं जोउनका हिसाब लेने आया है।नया साल मां रणचंडी कोसाथ लाया है,उठाए खड्ग खप्परशत्रु का संहार करने आये है।बीते हुए वक्त मेंजो बन गए थे परायेफिर से उनकोअपना बनाने आया है।नया साल नई उम्मीदनव उमंग नवीन उत्साहसाथ लेकर आया है।नया…

  • वर्ष 2021- स्वागत है

    वर्ष 2021- स्वागत है

    १. नया वर्ष और हमारा संकल्प ~ इरफ़ान आब्दी मांटवी समझ में ये नहीं आताजो पिछला वर्ष गुज़रा हैबधाई इसकी भी दी थीमगर अफसोस होता हैकभी ये भी नया वर्ष थापरेशानी परेशां थीदुखों की आप बीती थीसड़क सुनसान दिखती थीचमन बेज़ार रहता थासभी अफसोस के मारेभिगाए नैन रहते थेचलो जो होगया छोड़ोसबक इस साल से…

  • स्त्रियों को संबोधित करती कविताएं

    स्त्रियों को संबोधित करती कविताएं

    नारी नारी को नारी रहने दोवो भी एक इंसान हैैसुख दुख के भावों से बनताउसका भी संसार हैदेवी का प्रतिरूप बनाकरलज्जा का अंबर न लपेटोपौरूषता के झूठे दंभ मेंना उसकी कोई सीमा बनाओउङती है तो पंख न कतरोबस थोङा सा अर्श बनाओकर सकते हो तो इतना कर दो,नारी को नारी रहने दोदे दो उसको थोङा…

  • आलोक कौशिक की दस रचनाएँ

    १) प्रकृति विध्वंसक धुँध से आच्छादितदिख रही सृष्टि सर्वत्रकिंतु होता नहीं मानव सचेतकभी प्रहार से पूर्वत्र सदियों तक रहकर मौनप्रकृति सहती अत्याचारकरके क्षमा अपकर्मों कोमानुष से करती प्यार आता जब भी पराकाष्ठा परमनुज का अभिमानदंडित करती प्रकृति तबअपराध होता दंडमान पशु व पादप को धरा परदेना ही होगा उनका स्थानकरके भक्षण जीवों कानहीं होता मनुष्य…

  • नवंबर २०२०- अधिकतम पढ़ी गई कविताएं

    NOVEMBER-2020: 1) हम तुम एक है ~ कुमार उत्तम • 2) बेटे ~ मधु शुभम पांडे • 3) प्रेम में ठगी हुई स्त्री ~ कलमकार- गीता बिष्ट १) हम तुम एक है हम तुम एक हैसपने हमारे नेक हैफिर क्यू रास्ते बन्द पड़े है। फिर क्यू ?सामने अड़े पड़े है,सपने सबके होते हैहमारे सपनो को…