Category: कविताएं

  • कोरोना महामारी- लॉकडाउन

    कोरोना महामारी- लॉकडाउन

    कहो सहेली ~ वंदना मोहन दुबे कहो सहेली इस लॉकडाऊन में,घिस-घिस जब तुमने बर्तन माँजे।मल-मलकर रसोई के आले पोंछे,एमए, बीए, एमबीए की डिग्री,काम आई क्या……. बोलो न सहेली। कहो सहेली ले झाड़ू जब तुमने,खटिया, चरपइया नीचे झुक-झुक,कोनों से झाड़ बुहारा कूड़ा-फ़र्स्ट डिवीज़न वाले नंबर,काम आये क्या….. बोलो ना सहेली। कहो सहेली जब पोंछा फिनायलमें धो-धोकर…

  • जून २०२०- अधिकतम पढ़ी गई कविताएं

    JUNE-2020: १) चुन्नी लाल ठाकुर रचित बादल • २ ) शुभा मिश्रा “कनक” रचित तुम जो आ जाते एक बार • ३) योगेन्द्र सिंह रचित शराब अच्छी या खराब १) बादल आसमान में असंख्य आकृतियां बनाते,कुछ लुभाते, कुछ को बहुत डराते बादल। कौंधती है जब बिजली इनमें,तो वहिंगम दृश्य बनाते बादल। गर्मी को है कम…

  • गुरु के प्रति सम्मान प्रकट करते कलमकार

    गुरु के प्रति सम्मान प्रकट करते कलमकार

    हिन्दी कलमकारों ने इस सुअवसर पर अपनी रचना के माध्यम से गुरुजनों के प्रति अपने विचार और भाव प्रकट किए हैं। हमारे मन से गुरु का आदर कभी भी कम नहीं होना चाहिए। गुरु – दोहे ~ प्रिया राठौर गुरु चरनन रज राखीये, गुरु सम कृपा निधान।गुरु बिनु जीवन कुछ नहीं, सह गुरु होत महान।।…

  • भूख और रोटी- कलमकारों के विचार

    भूख और रोटी- कलमकारों के विचार

    भूख और रोटी- कलमकारों के विचार रोटी ~ पूजा कुमारी साव रोटी कितना मामूली और छोटा शब्दपर है विराट इसका स्वरूपजान जाते को, बचा लेजिसे ना मिले उसे यह मुआ देजन-जन के लिए यह है बलिदानीमिले तो, यह सिद्ध हो आत्मदानी। आदिकाल से देती, सहाराक्या राजा, क्या प्रजा?भेद यह, ना किसी से करतासबजन का समान…

  • कोरोना काल की समस्याएँ

    कोरोना काल की समस्याएँ

    कोरोना काल में  समस्याओं को व्यक्त करती कवितायें हिन्दी कलमकरों ने साझा की है, आप भी पढ़ें। फिर कोरोना एक इतिहास है ~ मधु प्रीति शर्मा यह जो कोरोना हैदुनिया का रोना हैचीन से आई ये बीमारी हैमचाई जिसने तबाही हैअमेरिका स्पेन जैसे देशों के बुरे हाल हैंकिसी एक देश पर नहीं पूरी दुनिया पर…

  • गलवान घाटी में सैनिकों की झड़प

    गलवान घाटी में सैनिकों की झड़प

    गलवान घाटी, जहां १५ जून की रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी और कई भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। गलवान घाटी में भारतीय सेना के इंजिनियर्स ने गलवान नदी पर पुल बना डाला है, जिसे चीन रोकना चाहता था। भारत और चीन के सैनिकों के बीच भिड़ंत के बाद…

  • कविताएं शहीदों के नाम

    कविताएं शहीदों के नाम

    भारतीय सेना के जवान सरहद पर तैनात रहते हुए हम सभी देशवाशियों की देश के दुश्मनों, घुसपैठियों से सुरक्षा करते हैं। ये वे जवान हैं जो अपने परिवार से दूर रहकर भारतमाता की सेवा करते हैं और वे अपने प्राणों की आहुति देने से भी नहीं कतराते हैं। ऐसे वीर, अमर बलिदानी शहीदों पर देश…

  • पिता के प्रति प्रेम और सम्मान व्यक्त करती कविताएं

    पिता के प्रति प्रेम और सम्मान व्यक्त करती कविताएं

    माता-पिता बच्चे के जीवन में अहम भूमिका रखते हैं। पिता के प्रति प्रेम और सम्मान को व्यक्त करतीं हुई कुछ कविताएं पढिए। वो पिता है ~ कलानाथ रजत साव जन्म माँ दे पर दर्द सहे जो ज्यादाकोई और नहीं वो पिता है।बच्चों से प्यार करें ज्यादा पर जता न पायेंकोई और नहीं वो पिता है।अपने…

  • योग दिवस की विशेष कवितायें

    योग दिवस की विशेष कवितायें

    अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। योग दिवस पर आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं। 21 जून 2020 को योग दिवस की थीम “घर पर योग और परिवार के साथ योग” है। आओ योग करें – राकेश कुमार साह आओ मिल कर हम योग करें ।अपने इस तन रुपी मन्दिर…

  • फादर्स डे की विशेष कवितायें

    फादर्स डे की विशेष कवितायें

    फादर्स डे के अवसर पर हिन्दी कलमकारों की कुछ कवितायें पढिए। पिता धरती आकाश – शिवम झा (भारद्वाज) पिता धरती है पिता आकाशपिता ही आशाओं का प्रकाशआगे बढ़े संतान हमाराहर पिता करता है यही प्रयास तपती झुलसती धूप मेंपिता तपाता अपना देहहर कठिनाइयों से जूझ जाता हैऔर नहीं जताता अपना स्नेह हृदय हैं उसका कोमल…

  • पितृ दिवस २०२० विशेष

    पितृ दिवस २०२० विशेष

    फादर्स डे पिता के सम्मान में मनाया जाने वाला पर्व है। भारत सहित कई देशों में जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है। पितृ दिवस के अवसर पर हिन्दी कलमकारों की कुछ कवितायें पढिए। मेरे पिता – प्रफुल्ल सिंह इस मतलब भरी दुनिया मेंवो बेमतलब की कविताओं का सार है।जिनको अपने…

  • पिता को समर्पित १० कविताएं

    पिता को समर्पित १० कविताएं

    पिता परिवार का मुखिया होता है और बच्चों में संस्कार की नीव रखता है। हमारी परवरिश में पिता का विशेष योगदान होता है। आइए हम हिन्दी कलमकारों द्वारा पिता को समर्पित की गईं कुछ कवितायें पढ़ते हैं। पिता एक बादल है ~ अमित मिश्रा पिता एक वो बादल है अमृत भरा वो गागर हैतड़क भड़क…

  • रोहित प्रसाद पथिक की दस कविताएं

    साहित्य के क्षेत्र में चार भाषाओं जैसे हिन्दी, अंग्रेजी, बंगला व उर्दू में कविताएँ व कहानियाँ लिखनेवाले कलमकार रोहित प्रसाद पथिक ने अपनी दस कविताएं आपके समक्ष प्रस्तुत की हैं। १) बारह बजे के बाद बदल जाती है दुनिया खुशियों के जल से भर जाता है मानव एक नया दिन शुरू होता हैनए नियम लागू…

  • नारी सम्मान में कवियों की १० कविताएं

    नारी सम्मान में कवियों की १० कविताएं

    नारी नहीं जहान हूँ नारी नहीं जहान हूँहिंद की मैं शान हूँ झुका नहीं सके कोईवो प्रचंड आसमान हूँ,अस्मत मेरी पे जो ताकताउसके लिये हैवान हूँ,क़ायनात की मैं अप्सरासृस्टि की पहचान हूँ। जला नहीं सके मुझेधधकते अंगार भी,ग़र समझो तो आसाँ बहुतवरना मैं चट्टान हूँ,झाँसी भी,अविनाशी भी मैंसीता सी महान हूँ! नारी नहीं जहान हूँहिंद…

  • सुशांत सिंह राजपूत को भावभीनी श्रद्धांजलि

    सुशांत सिंह राजपूत को भावभीनी श्रद्धांजलि

    अरे यार! इस तरह क्यों गए? ~ इमरान सम्भलशाही सितारे चमकते ही नहीं गर्दिश में चलते भी हैचकाचौंध भरे आंगन में गरीबी में पलते भी है जो दिलो में रहकर गुलाब का फूल सा बसे होते हैउनकी अपनी भी ज़िन्दगी में कांटे चुभते भी है पसीने निचोड़कर बुलंदियों को छूने वाले कुछेककभी कीचड़ सा सना…

  • विश्व रक्तदाता दिवस २०२०

    विश्व रक्तदाता दिवस २०२०

    विश्व रक्तदाता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। रक्तदान करिये और इस महान कार्य हेतु सभी को प्रोत्साहित करनेवाली कलमकारों की कविताएं भी पढ़िए। रक्तदान~ इमरान सम्भलशाही नफा दो, रक्त से रक्त का, जो तेरा बस हैखिले घर में खुशियां, रक्त दान दिवस है मिटा दो! सरहदों की दूरियां, जो पनपी हैमिला लो! रक्त का रंग, जो…

  • बाल श्रम निषेध दिवस २०२०

    बाल श्रम निषेध दिवस २०२०

    विश्व बाल श्रम निषेध दिवस की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ ने वर्ष २००२ में की थी। प्रत्येक वर्ष १२ जून को बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को १४ वर्ष से कम उम्र के बच्चों से श्रम न कराकर उन्हें शिक्षा दिलाने के लिए जागरूक करना है। भारत में बालकों…

  • केरल में गर्भवती हथिनी की मौत

    केरल में गर्भवती हथिनी की मौत

    केरल में मलप्पुरम जिले में एक वन अधिकारी मोहन कृष्णन्न ने सोशल मीडिया पर हथिनी की दर्दनाक मौत से जुड़ी ख़बर पोस्ट की थी। उन्होने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ”हथिनी ने सब पर भरोसा किया। जब उसके मुंह में वो अनानास फटा होगा तो वह सही में डर गई होगी और अपने बच्चे के बारे…

  • मई २०२०- अधिकतम पढ़ी गई कविताएं

    MAY-2020: १) वो दिन ~ बिभा आनंद • २) बांसुरी ~ मधुकर वनमाली • ३) रिश्तों का दौर~ चुन्नीलाल ठाकुर यादों की कमी नहीं होती है, हम उन यादों के बारे मे कितना लिखें? कभी कभी तो शब्द ही कम पड़ जाते हैं या फिर कलम थम जाती है, किन्तु यादें खत्म नहीं होतीं हैं।…

  • आदमी

    आदमी

    डॉ. राजेश पुरोहित आज के माहौल और इंसान की आदतों को संबोधित करते हुए यह कविता लिखी हैं आइए पढ़ें। कितनी ही मुश्किलें उठाता है आदमी घर से जब जब बाहर निकलता आदमी महँगाई आसमान छू रही है खा नही सकता थाली से गरीब का प्याज तक नसीब नही है आम आदमी गरीबी बेरोजगारी से…