Category: विशेष दिन
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पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली
विश्व पर्यावरण दिवस World Environment Day: 5 June 2021Theme: Ecosystem Restoration • प्रकृति शक्ति सौम्य रूपा ~ प्रियंका पांडेय त्रिपाठी प्रकृति वसुंधरा का आवरणसभी के जीवन का आधारपुष्य लताओं से करती मां का श्रृंगारबनी सब का खेवनहारमां की तू असली सेवकअदम्य साहस धीरज धैर्य तुझमेतेरे आगे नतमस्तक होतेसूरज सागर मेघ पर्वतपशु पक्षी जन विचरण करतेकोयल गाती…
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विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस
विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के लिए तारीख ’28’ इसलिए चुनी गई क्योंकि पीरियड्स साइकल 28 दिनों का होता है। इसका उद्देश्य समाज में फैली मासिक धर्म संबंधी गलत अवधारणाओं को दूर करना, महिलाओं और किशोरियों को माहवारी प्रबंधन संबंधी सही जानकारी देना है। आइए मासिक धर्म पर कलमकारों के संदेश पढ़ें। स्वच्छ माहवारी ~…
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मातृदिवस पर कलमकारों की रचनाएँ
1. मां- जीवन का सार ~ प्रियंका पांडेय त्रिपाठी मां तुम हो सागर,मैं नदियां की धार।तुम बिन मेरा नही हो सकता उद्घार।। तुमने हंसना बोलना,चलना सिखाया।धीरज धैर्य सच्चाई की राह दिखाया।। तुम प्रथम गुरु,नेकी का पाठ पढ़ाया।तुमने जीवन का हमें सार समझाया।। जब जब कदम लड़खड़ाए, तुमने उंगली थाम लिया।डांटा,प्यार से सही गलत का मतलब…
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ममता तो माँ की पूंजी है
1. बिन कहे हर बात समझती~ कमल राठौर साहिल आज भी वो आखरी शब्दमेरे कानों में गूँजते हैजब उखड़ती साँसों सेमेरी माँ ने कहामें जीना चाहती हु !में मरना नही चाहती! आज भी मुझे याद हैथरथराते हाथों से जबमेरी माँ ने मेरे सिर परआखरी बार हाथ फेराओर कुछ पलों बाद हीकाल ने मेरी माँ की…
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माँ से रिश्ता है अनूठा
1. बिन कहे हर बात समझती~ सुहानी राय बिन कहे हर बात समझतीजीवन में रंग भर जाती माँ!दर्शाती है रोष कभी तोकभी अनुराग लुटाती माँ!आषाढ़ की तपती दोपहरी में,शीतल छांव बन जाती माँ!बंजर वसुधा के ऊपर भी,मेघ फुहार बरसाती माँ!डूबते हुए सागर में भी,आशा की पतवार बन जाती माँ!सारी दुनिया से लड़कर,हालातों को बदल देती…
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विशेष दिनों के अवसर पर स्नेहा धनोदकर की कविताएँ
World Poetry Day: 21 March International Day of Happiness: 20 March Indian Ordnance Factory Day: 18 March National Vaccination Day: 16 March World Consumer Rights Day: 15 March 1. अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस बाँटने सें बढ़ती खुशियाँ और घट जाता है गमतो आओ बाँटे हसीं ना हो ऑंखें किसी कि नम अपनी ख़ुशी के हम होते…
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युवा दिवस- स्वामी विवेकानंद जयंती
स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन और देश के सभी युवाओं को “राष्ट्रीय युवा दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएँ। राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर कुछ कविताएं पढ़िए। १) युवा शक्ति हम युवा शक्ति को जगा रहें।दंभ, द्वेष, पाखंड,आलस को भगा रहें।स्तम्भ हैं ये राष्ट्र कानवचेतना का सागर हैं।ये रूप में हैं…
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साल २०२१ का आगमन – रचनाकारों के संदेश
१. नव वर्ष की पहली सुबह ~ प्रियंका जेना है नया साल ये आया,नव वर्ष की पहली सुबह,नए दिन के साथ नये साल का ये आगाज़ है,लगता है कुछ होने को है बहुत खास,नए साल के पहले सूर्योदय की लालिमाकह रही मानो ये हमसे आज,कि वर्ष 2021 लाया संग खुशियों की सौगात है,सभी का जीवन…
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नववर्ष २०२१ के लिए नियमित कलमकारों की कविताएं
१. नया साल सबको मुबारक रहे ~ डॉ आनन्द किशोर ये नया साल सबको मुबारक रहेहर ख़ुशी ज़िन्दगी में बिना शक़ रहे और मुक़म्मल मिले दिल को चैनो-सुकूँजल्दबाज़ी न कोई भी धकधक रहे सब गले मिल के आपस में बातें करेंदूर शिकवे-गिले हों जो अब तक रहे नफ़रतों की जगह दिल में बाक़ी न होप्यार…
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नए साल का शुभारंभ
१. नया साल, नई उम्मीद ~ राजीव डोगरा नया सालनई उम्मीद लेकर आया है।छोड़ चुके हैं जोउनका हिसाब लेने आया है।नया साल मां रणचंडी कोसाथ लाया है,उठाए खड्ग खप्परशत्रु का संहार करने आये है।बीते हुए वक्त मेंजो बन गए थे परायेफिर से उनकोअपना बनाने आया है।नया साल नई उम्मीदनव उमंग नवीन उत्साहसाथ लेकर आया है।नया…
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वर्ष 2021- स्वागत है
१. नया वर्ष और हमारा संकल्प ~ इरफ़ान आब्दी मांटवी समझ में ये नहीं आताजो पिछला वर्ष गुज़रा हैबधाई इसकी भी दी थीमगर अफसोस होता हैकभी ये भी नया वर्ष थापरेशानी परेशां थीदुखों की आप बीती थीसड़क सुनसान दिखती थीचमन बेज़ार रहता थासभी अफसोस के मारेभिगाए नैन रहते थेचलो जो होगया छोड़ोसबक इस साल से…
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बेटी दिवस 2020
बेटियां घर के आंगन में फुल खिल जाती,जब खुल के हंसती है बेटियां,पुरुष के कदम से कदम मिला कर,नित दिन चलती बेटियां ! हर क्षेत्र में परचम लहराती,अपनी लोहा मनवाती बेटियां,फिर भी क्युं बोझ है लगती,गर्भ में ही मारी जाती है बेटियां! क्युं अब तक स्वतंत्र नहीं है,सिसक रही है बेटियां,कभी ताना पहनावा पर तो,कभी…
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विश्वकर्मा जयंती
1. भगवान विश्वकर्मा हे भगवान विश्वकर्मा!हमारे आराध्यनिर्माता सुधर्मादुनिया के समस्त कामगारों कोमजदूरों को,बेसहारों को, लाचारों कोपहरेदारों को,बुनकरों को, कलाकारों कोनल – नील सा हुनर दे दोविश्वेश्वरैया सा कौशल दे दोकलाम व सिवन सा सम्बल दे दोबाल्मीकि सुखदेव वेदव्यास बना दोआर्यभट्ट सुश्रुत कालिदास बना दोबना दो नेकदिल बुद्धविवेकानन्द सा प्रबुद्धभर दो सभी मेंकारीगरी कौशल वांछित शिक्षादूर…
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हिन्दी दिवस पर राजीव डोगरा के विद्यार्थियों की प्रस्तुतियाँ
१. हिन्दी से है हमारी शान हिन्दी से है हिंदूस्तान,हिन्दी से है हमारी शान,जब हिंदी का होता अपमान,तो घटता है भारत का मानपूरे विश्व में ज्ञान फ़ेलाएंगे,हिन्दी का महत्व समझाएंगे,देश की यह आशा है,हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है,इसे समझना सब की अभिलाषा है,हिंदी भाषा का करेंगे सम्मान,इससे बढ़ेगा देश का नाम,हिंदी दिवस मनाएंगे,हिंदी भाषा ही अपनाएंगे,हिंदी…
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गणेशोत्सव २०२०- विशेष कवितताएँ
जय गणपति हे उमापुत्रशंकरप्रियगजानन,गणपतिहे विघ्नविनाश्क। प्रथम पूज्य देवमोदकप्रियएकदंत, दयावन्तहे सिद्धिविनायक। बुद्धि के दातामूषकप्रियमहाबलेश्वर,महेश्वरहे बुद्धिविधाता। प्रथम लेखकरमाप्रियविनायक, वरगणपतिहे देवांतकनाश्कारीजय हो तुम्हारी। जय मंगलमूर्ति, श्री गणेशा जय मंगलमूर्ति …श्री गणेशा।जय विघ्न विनाशक। हरो कष्ट कलेशा।।संपूर्ण विश्व का उद्धार हो।जीवन का आविर्भाव हो।विपदा में दुनिया है सारी ।बस तुम पर आस बंधी भारी। अब कोरोना का संहार हो।जीवन…
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भारत और तिरंगा हमारा स्वाभिमान है
ये है हिंदुस्तान हमारा सबसे है प्यारा, सबसे है न्यारा,इसमें ही सबकी जान है,सबसे ऊपर है इसका मानये हमारा हिंदुस्तान है.. अंग्रेजो के छक्के छुड़ाये,सबको दिखायी अपनी शान है,हर मुसीबत मेँ भीं लड़कर खड़ा,ये हमारा हिंदुस्तान है.. देश सेवा का जज़्बा,सबमे है, सबसे बड़ा,इसपर तो सबकीकुर्बान यूं ही जान है,ये हमारा हिंदुस्तान है, हिंदु, मुस्लिम,…
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स्वतंत्रता दिवस की विशेष कविताएं
स्वतंत्रता आजादी के सपनों में खोए रहते थे,स्वतंत्रता के बीज रण में बोए रहते थे।खाए तन पर उनके कोड़े,किए ध्वस्त अंग्रेजी घोड़े।सत्य अहिंसा के पुजारी थे,वीर हमारे अहंकारी थे।जंग की लपटों में जला करते थे,मुठ्ठी में जान लिए चला करते थे।वे महापुरुष आजाद परिंदे थे,जिन्होंने अंग्रेजों पर कसे सिकंजे थे।ना जाने कौन सा कर्ज चुका…
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७४वाँ स्वतंत्रता दिवस- १५ अगस्त २०२०
कोरोना जैसी घातक महामारी से पूरी दुनिया प्रभावित है और इस कारण हम स्वतंत्रता दिवस के पर्व को धूम-धाम के साथ मनाने से वंचित हैं। हमारे देश के हिन्दी कलमकारों ने अपनी भावना को कविताओं में लिखा है- स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशप्रेम, तिरंगे का सम्मान, शहीदों का स्मरण और आजादी के गीत लिखकर…
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अमर शहीदों और भारत के वीरों की दास्ताँ
एक वीर जवान की चाहत ~ दिलीप कुमार शॉव मैं देश का वीर जवान हूँकिसी से युद्ध करना मेरी फितरत नहींपर ललकार को अस्वीकार कर दे मेरी फितरत नहीं।मैं अपने मुल्क में रहता हूँ नबाब की तरहदूसरे मुल्क के पास जाना मेरी फितरत नहीं। सबको हँसता ही देखना चाहता हूँतुम गद्दारो की तरह किसी के…
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१५ अगस्त- जश्न आजादी का
भारत का स्वतंत्रता दिवस भारतीयों के लिए किसी त्योहार के कम नहीं है। इस वर्ष कोरोना महामारी की वजह से रौनक कुछ कम जरूर हुई है लेकिन मन में उत्साह जरा भी कम नहीं है। इस देशप्रेम की भावना और विचारों को कलमकारों ने अपनी कविताओं के जरिए हम तक पहूँचाने की कोशिश की है।…