हुए युद्ध जब धरा पर,
कांपे रण और थल।
आपत्त में सब लोग,
हुआ था काल विकराल।।
घर में रहे सुरक्षित,
जन जन को ये फरमान।
हुआ एक युद्ध ऐसा भी,
करे फैसले का सम्मान।।
दिन इक्कीस पूरे है,
एक एक ये बीत जाएंगे ।
फतह हासिल होगी,
मुक्ति महामारी से पाएंगे।।
रह जाएगा इतिहास में,
महामारी का यह युद्ध
बिना शस्त्र के जीता हो
लड़ा एक युद्ध ऐसा भी।।
~ राज शर्मा