Post category:कविताएं Post published:June 30, 2019 मनोविचार- सुंदर पंक्तियाँ वैसा न हुआ होता,तो ऐसा होता।ऐसा न हुआ,इसका मुझे दुख है।दुख भी कैसा?यह तो होना ही था।आज यह दुख भी न होता,यदि वैसा न हुआ होता। ~ साकेत हिन्द Read more articles Previous Postदिन पर दिन बीत गएNext Postखयालात Leave a Reply Cancel replyCommentEnter your name or username to comment Enter your email address to comment Enter your website URL (optional) Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page. Δ You Might Also Like जब कोई रूठ जाता है December 23, 2019 सहयोग April 3, 2020 लोग पूछेंगे सवाल हज़ार April 13, 2020 कोरोना की जंग April 14, 2020 ठहर रहा ना कोरोना March 25, 2020 पितृ दिवस २०२० विशेष June 21, 2020