ज्ञान की भंडार हैं किताबें

ज्ञान की भंडार हैं किताबें

सभी प्रश्नों के उत्तर मिलते
पढ़कर सबके चेहरे खिलते
हर कोई ही मग्न है इसमें
ज्ञान की है भण्डार किताबें।

बचपन में कविता है भाती
बहुत सी ऐसी कहांनी आती
बच्चों को इक सीख है देती
रंग भरी सारी वो किताबें।

गणित से लेकर हिंदी पढ़ते
इन्हीं से हमें भौतिकी आती
रासायन मन को है भाती
हर इक उम्र की यार किताबें।

कॉलेज की दुनिया में लाती
लाइब्रेरी में खूब घुमाती
स्नातक के लायक बनते
ऐसी हैं कुछ ख़ास किताबें।

चंचल मन की प्रेम कहांनी
हर इक शब्द है मधुरम वाणी
पढ़ने की जिज्ञासा सबको
सभी के दिल की तार किताबें।

सबके जीवन की है साथी
पढ़कर किसी को ऊब ना आती
हर सुख दुःख को बांट ही लेती
अनन्त ज्ञान की राह किताबें।

~ साक्षी सांकृत्यायन

Leave a Reply


The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.