कहानी एक दिलचस्प सुनाती हूँ
आओ तुम्हे एक बात बताती हूँ
समय एक आया बड़ा भारी
फ़ैलाने लगा जग में महामारी
देश विदेश में मचाया तांडव
हाहाकार करती जनता बेचारी
कोविड-१९ नाम दिया उसको
ना जाने कब हो जाये किसको
सोच के भी जनता डर जाती
घर में अपना समय बिताती
मेल जोल थे उसके खास हथियार
कोरोना खुश हो जाता जब मिल जाते चार
लापरवाही में खूब पनपता
एक से दुसरे को कोरोना जकड़ता
औषधी न थी ना कोई दवा
दुखी जनता करने लगी दुआ
सुझा … फिर एक उपाय
समझदारी से क्यूँ न इसे भगाए
कोरोना के दुश्मन चार
समझ ले इसे पूरा संसार
साबुन से धोये हाथ बार बार
तोडना है कोरोना की कड़ी इस बार
सामाजिक दुरी का करे अभ्यास
मुंह में लगाये रोजाना मास्क
सावधानी से नियमो को अपनाये
स्वयं रहे सुरक्षित और…
औरों को भी बचाए
इस कहानी का एक उद्देश
मिटायें भ्रम बचाएं देश
दूर रहना है पर साथ निभाना है
कोरोना को जड़ से मिटाना है।
~ डॉ. रिया तिवारी