कोरोना को हराना है
हर देहरी दरवाज़े पर
एक दिया जलाना है,
दिव्यपुंज से प्रकाशित
नया सवेरा लाना है।
कोरोना को हराना है।।
स्याह अमावस की रात को
दीप क्रमिका से सजा कर
नया सवेरा लाना है।
एक दिया जलाना है।
नया चमकता सवेरा लाना है।
कोरोना को हराना है।।
~ अनुराग मिश्रा ‘अनिल’