आया महीना रमज़ान का
खुशियों और अज़ान का
रोज़ा रखें मिलकर, सब दुआ करें
खुशियों के हिंदुस्तान का
इस बार कुछ अलग करें
देश के साथ चलें
इस संकट से सब मिलकर लड़ें
घरों में ही नमाज़ पढ़ें
नहीं मस्जिदों में यूँ जुटें
जरूरतमंदों की मदद करें
ये दिन भी गुजर जायेंगे
रोज़ा, सहरी और नमाज़ के साथ
इस संकट से भी उबर जायेंगे
खुशियों के चाँद नज़र आएंगे
मिलकर हम ईद मनाएंगे
डॉक्टर्स, नर्सेज और पुलिस
की सलामती की दुआ करेंगे
धर्म और जाती से इतर
खुशियों का हिंदुस्तान बनाएंगे
एक बार फिर से हम
अखंड भारत बन जायेंगे
इस बार कुछ अलग करें
ईद मुबारक ज़रा हट कर दे
गले नहीं लगेंगे, दिल से मिलेंगे
अपने घरों में ही ईद मनाएंगे
सोशल डिस्टेंसिंग अपनाएंगे
खुशियों का हिंदुस्तान बनाएंगे।
~ सचना शाह