आओ दीया जलाएँ

आओ मिलकर कोरोना रूपी वायरस को भगाएँ
क्युं न आज फिर एकबार मिलकर हम सभी दीया जलाएँ ॥
त्यौहारों का मौसम है फिर से हम दीवाली मनाएँ
दीपों की रोशनी से आज फिर घर सजाएँ ॥
आओ मिलकर फिर दीया जलाएँ ….
साथ मिलकर मानवता का पाठ सिखाएँ
हिन्दू , मुस्लिम , सिक्ख , ईसाई सभी आगे आएँ ॥
द्वेष रूपी मनभेद को मिटाकर सभी साथ मुस्कुराएँ
ह्म सब साथ है इंसानियत के राह नयी दिखाएँ ॥
आओ मिलकर दीप जलाएँ…….
कुछ पल के लिये घर की बिजली ,वाल्व ,लट्टू सब बुझाएँ
उत्साह मिलकर डाॅक्टर,पुलिस ,सफाईकर्मियों, का सभी बढाएँ ॥
वाण किसी पर अपनी बातों से न चलाएँ
मानवता की खातिर फर्ज़ इंसान होने का निभाएँ ॥
मनभावना को कोई भी न दबाएँ
सभी मिलकर अपना अपना कर्म निभाएँ ॥
आओ मिलकर दीप जलाएँ……
आओ कुछ नया करके अब जग् को दिखाएँ
वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस को हराएँ ॥
संदेह को सभी अपने विचारों से हटाएँ
बन वीर योद्धा ह्म सभी आगे आएँ ॥
आओ मिलकर दीप जलाएँ ….

~ खेम चन्द


Comments

One response to “आओ दीया जलाएँ”

  1. Chet ram thakrii Avatar
    Chet ram thakrii

    Bhut ache bhai g
    Hum thakrii bhai aap ke
    Sath hai aap apna kalm chlate
    Iyun chalate rhe

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