वैलेंटाइन डे है, इस अवसर पर कलमकार सुशीला कुमारी सियाग की रचना पढें जो प्रेम को सदा बरकरार रखने का संदेश देती हैं। प्रेम ही अमन, एकता, सुख-समृद्धि और भाईचारे की जननी है।
प्रेम प्यार भरा सदा बना रहे, यही दुआएं है राज।
सब रहे मिलजुलकर, ऐसा हो प्रेम दिवस आगाज।।हम सारे वादों को निभाएंगे, जिंदगी को सफल बनाएंगे।
तुम जो संग बने रहो दधला, जीवन साथ निभाएंगे।।सुख-दुख में अर हर पल में साथ निभाएंगे।
साथ मिलकर हर पल दिल बात सुनाएंगे।।मित्रता दिवस आए हर बार जो हर दिन हो।
रहे बरकरार दिलों का प्रेम कभी कम ना हो।।और करो प्रकृति पेड़-पौधे, जीव-जंतुओ से प्यार।
भाईयों बहनों यही तो है अपने जीवन का आधार।।और करो सदा मातृभूमि से देश से प्यार का इजहार।
आगे बढ़ता रहे मेरा देश यही मेरे दिल का दिदार।।प्रेम दिवस पर ही ना रहे दधला, कायम सदा बना रहे।
ना झगड़े प्रेम, प्यार, भाईचारा और सौहार्द आबाद रहे।।सुशीला! राज प्रेम-प्यार है पवित्र दिलो का बंधन।
प्रेम-प्यार जीवनभर सदा रहेगा, यही मेरा वचन।।~ सुश्री सुशीला कुमारी सियाग
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