जीना एक कला है

जीना एक कला है

जिंदगी एक खेल है जीना एक कला है
अच्छे से जिओ मुश्किल से जीवन मिला है

न किसी से कुछ गिला न शिकवा करो
दो दिन की है जिंदगी हँस कर मिला करो

जिंदगी में खुशी और गम तो मिला करेंगे
वक्त के धागे से तुम जख्मों को सिला करो

कहते हैं न कुछ लेकर आया है न जायेगा
मैं कहता हूँ कर्मों को लेकर ऊपर जायेगा

तेरे कर्मो से ही एक दिन तेरी पहचान होगी
खुश कोई होगा तेरे चेहरे पर मुस्कान होगी

तेरे कर्मों का हिसाब सब वहाँ मिल जायेगा
लाख कर ले चतुराई फिर भी सजा पायेगा

~ अमित मिश्रा

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