लॉकडाउन की दूरियां

कि जब ये लोक डाउन ख़त्म हो जाएगा
तो मैं तुम्हें कहीं दूर लेकर जाना चाहता हुँ।
यह फासले जो हमारे दरमियां आ गए हैं, उन्हें मिटाना चाहता हूँ।।

तुम्हारी आंखों में देख कर फिर से एक बार डूब जाना चाहता हूँ।
मेरे दिल में कुछ जज्बात छिपे हैं, जो तुम्हें बताना चाहता हूँ।।

मैं अपनी जिंदगी का बचा हुआ हर एक लम्हा
हर एक पल सिर्फ तुम्हारे साथ बिताना चाहता हूँ।
की जब ये लोक डाउन खत्म हो जाएगा
तो मैं तेरे साथ जी भर के जी लेना चाहता हूँ।।

वादा तो नही कर सकते इस महामारी में
लेकिन जिंदगी रही तो जी भर के जी लेना चाहता हूँ।
बस बच्ची हुई जिंदगी का कुछ और लम्हे तेरे साथ बीतना चाहता हूँ।।

~ रोहित कुमार


Comments

One response to “लॉकडाउन की दूरियां”

  1. Kanak sharma Avatar
    Kanak sharma

    Wowww ,, that’s great…HR ek line ,hr ek word me bhut hi pyaar h….

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