राणा जैसा हुआ ना कोई
वो थे एक महान।
वीर प्रताप वही एक थे
उनकी अलग थी शान।
झूठा है इतिहास जो कहता
अकबर एक महान
अपनी धरती माँ की उन्होंने
झुकने ना दी शान।
दूत भेजता रहा वो अकबर
झुके नहीं वो महान।
हल्दीघाटी युद्ध हुआ जब
अकबर था हैरान।
अकबर भी राणा प्रताप का
करता मन में सम्मान।
इन धरती पर वही एक थे
हिंदुत्व का रखे मान।
राणा प्रताप की वीर कथा
नहीं सका कोई जान।
अकबर से जो डरे कभी ना
ऐसे थे वीर महान।
~ साक्षी सांकृत्यायन