हवाओ में भी विष घुल गया।
संकटो में भी देश पहुंच गया।
कोरोना रूपी राक्षस भी।
मानव जाति का भक्षक बन गया।
पाश्चात्य सभ्यता को अपनाओ।
हाथ मुंह धोकर घर के अंदर आओ।
सोशल डिस्टेनशिंग रूपी राम बाण चलाकर।
कोरोना राक्षस को तुम मार भगाओ।
कोरोना राक्षस को तुम मार भगाओ।
घर में तुम थम जाओ।
परिवारों के साथ तुम समय बिताओ।
कोरोना पर विजय पाने में
देश हित में अपनी भूमिका निभाओ।
~ देवउत्तम उपाध्याय