भले चांहे सारा दिन सो कर बिताना
भले चांहे खाना दिन मे एक बार खाना
भले चांहे दिन चार भूखे विताना
किसी भी तरह से समय को विताना
मगर मेरे बेटे बाहर न जाना
बाहर है भयानक वायरस कोरोना
सारी दुनिया रो रही है कोरोना-कोरोना
हजारो को पड़ा है प्राणों से धोना
किसी तरह से स्वयं को बचाना
मगर मेरे बेटे बाहर न जाना
बाहर पुलिस का पहरा लगा है
सारा शहर जैसे छावनी बना है
बाहर निकलना घर से मना है
किसी भी तरह से तू मन को लगाना
मगर मेरे बेटे बाहर न जाना
यदि देश को है महामारी से बचाना
मुंह पर सदा अपने मास्क पहनना
पानी पीना सदा ही गुनगुना
और दोस्तो से हाथ न मिलाना
मेरे प्यारे बेटे तू मम्हल के रहना
सामाजिक दूरी सदा बनाये रखना
बीस बार साबुन से हांथो को धोना
सिर दर्द, खांसी या तेज ज्वर हो न
कुशल डाक्टर पास जल्दी से जाना
तू ही इक मेरा स्यावंरा सलोना
ओ मेरे बेटे बाहर न जाना
बाहर है भयानक वायरस कोरोना
ओ मेरे बेटे बाहर न जाना
~ देवेन्द्र पाल