आए नवरात्रे तेरे शेरावालिये,
आए नवरात्रे तेरे महाकालिये।
जहां घर-घर में
तेरी ज्योति प्रकाश करती हैं ,
वहां आज कोरोना की महामारी
हाहाकार मची है।
जहां मंदिरों में बैठकर
मां तेरे भजन गाए जाते हैं,
आज उन मंदिरों के द्वार
बंद पड़े है।
जहां लोगों की जुबान पर
मां मां की धुन होती है,
आज उन जुबानो पर
करोना करोना हो रही
हे मां! तूने बड़े-बड़े असुर संहारे,
आज कोरोना असुर का
माँ संहार करो दो,
अपने संसार को मां
इस भय से मुक्त करो।
~ अमित डोगरा