माँ है वो
तुम्हे हर गुण सिखायेगी
आगे चल कर तुम्हे तम्हारी माँ ही याद आयेगी
सीख लोगी गर माँ से तुम
दुनीया तुम्हे कभी ना डरा पायेगी
नही सूनोगी ताने तुम
ससुराल मे भी मुस्कुराओगी
माँ है वो
तुम्हे हर गुण सिखायेगी
लोक लाज कि बाते भी
मॉ ही तुम्हे बतायेगी
बच्चो का पालन करना
वो भी तुम्हे सिखायेगी
माँ है वो
तुमको भी माँ का कर्तव्य बतायेगी
~ धीरज गुप्ता