अनुरोध, आप सबसे करती हूँ
मैं भी घर में, बैठी हूँ
दिन-रात, डाक्टर-नर्स
है काम में लगे
सही समय पर खा तक, नहीं पा रहे वे।
पुलिसकर्मी दिन-रात लाठी चार्ज करते,
क्या तुम सबमें, समझ न थोडी़ भी है
आज भी लापरवाही है
जान जब जोखिम में है
क्या कोई कर्तव्य ना तुम्हारी है।
जनता कर्फ्यू , माना आपने
शानदार किरदार निभाया, आप सबने
आज क्यों न, सुन रहे
सबके जीवन को, छीनने की कोशिश कर रहे।
घर बैठकर, कोरोना से लड़ना है
हल्के में सब क्यों, ले रहे
पर, तुमसब क्यों नहीं मान रहे
उल्लंघन कानून और निर्देश का कर रहे
अपने साथ, दूसरों को जोखिम में डाल रहे।
दिन-रात सफाई कर्मचारी
रिपोर्टर, मीडिया सब कर्मचारी
हम सबके लिए लगा रही जान की बाजी
बावजूद इसके, इतना बेशर्मी ठीक नहीं।
खुदको घर में, बंद करो
अपने साथ, सबको बचा लो
अनुरोध, हमारी सबसे है
भारत को, मरूभूमि बनने से बचा लो
यही विनोद, आप सबसे है
मनमानी अभी सब, बंद करो।
~ पूजा कुमारी साव