सीमा पर डटकर सामना करने वाले हमारे सैनिकों की महानता को शब्दों में बयां कर पाना संभव न होगा। कलमकार कुमार किशन कीर्ति ने अपनी कविता में एक छोटी सी कोशिश की है, आशा है कि आपको पसंद आएगी।
देश की सीमाओं की सैनिक रक्षा करते हैं
देश की आन-बान-शान के लिए
अपनी प्राणों की आहूति देते हैं
मिट्टी का कर्ज सैनिक अपनी
लहू बहाकर चुका देते हैं
जाति-धर्म से ऊपर उठकर
केवल देश सेवा करते हैं
हम सुरक्षित रह सके, इसलिए
वे रात भर जागते रहते हैं
हमें नाज है अपने देश और
सैनिकों पर जिनके कारण
भारत शक्तिशाली राष्ट्र बना है
सैनिक सच्चे नायक हैं इस देश के
जो पर्स में परिवार और दिल में
भारत माँ की तस्वीर रखते हैं
देश की सीमाओं की सैनिक रक्षा करते हैं
देश की आन-बान-शान के लिए
अपनी प्राणों की आहुति देते हैं~ कुमार किशन कीर्ति
हिन्दी बोल इंडिया के फेसबुक पेज़ पर भी कलमकार की इस प्रस्तुति को पोस्ट किया गया है। https://www.facebook.com/hindibolindia/posts/408006366773208
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