भारत भूमि पर अवतरित
हुए एक वीर महान
पापियों का विनाश करने
विष्णु अवतारी परसुराम
भृगुवंशी के जमदग्नि का
लाल बड़ा ही विकराल था
परसा धारण करने वाला
बल में बड़ा ही विशाल था
एक्कीस बार अधर्मी राजाओं का
धरती से विनाश किया
पाप मिटा कर उस वीर ने
माँ वसुधा का उद्धार किया
भीष्म द्रोण कर्ण को जिसने
शस्त्र विद्या का ज्ञान दिया
ब्रह्मा विष्णु महेश ने भी
परसुराम का जय गान किया
अजर अमर परसुराम जी ने
ब्राह्मण कुल को मान दिया
भृगु वंश के कुल को गौरव
सबसे ऊंचा स्थान दिया
~ सत्यनारायण शर्मा “सत्य”