कोरोना काल के बाद
ऐसा कुछ हो जाएगा।
आपस मे एक दूजे से
मिलने से कतराएंगे।
सामाजिक कार्यक्रम भी
अब बन्द हो जाएंगे।
गली मोहल्ले बाजारों में
अब भीड़ न हो पाएगी।
होली दीवाली ईद सारे
घर बैठ के ही मनाएंगे।
ज़िन्दगी है जनाब
छोड़ कर चली जायेगी ।
मेज़ पर होगी तस्वीर
कुर्सी खाली रह जायेगी ।
हर इंसान पट्टी मुंह बांध
डाकू सा नजर आएगा।
सर्दी जुकाम बुखार भी
डर का कारण बन जायेगा।
हवाई जहाज और ट्रैन में
कोई सफर न कर पायेगा।
विश्व की महाशक्तियां सारी
औंधे मुंह अब गिर जाएगी।
स्कूलों कॉलेजों में ऑनलाइन
पढ़ाई अब चलती जाएगी।
पता नहीं ये महामारी
कितना हमें तड़पायेगी।
~ मुकेश बिस्सा