राजस्थान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
३० मार्च, १९४९ में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर ‘वृहत्तर राजस्थान संघ’ बना था। कलमकार देवकरण गंडास अरविन्द ने इस विशेष अवसर पर चंद पंक्तियाँ लिखी हैं।
वीर प्रसूता है यह पावन धरती
और वीरों का रखती है ये मान,
मैंने इस धरा पर जन्म लिया है
दिल बोले जय जय राजस्थान।वीर प्रताप व दुर्गादास सरीखे
इसने पन्ना का किया सम्मान,
वीर कल्ला बिन शीश लड़ गए
दिल बोले जय जय राजस्थान।संत शिरोमणि रामदेव जी और
जाहरवीर का यह है अभिमान,
वचन की खातिर तेजा निछावर
दिल बोले जय जय राजस्थान।इसके कण कण में है देव बसे
यह करती पूरे सबके अरमान,
अरविन्द गा रहा वंदना इसकी
दिल बोले जय जय राजस्थान।देवकरण गंडास “अरविन्द”