जलियाँवाला बाग के शहीदों को शत-शत नमन। अमर शहीदों को सलाम करती हुई इमरान संभलशाही की एक कविता पढ़ें।
करता हूं मन से मै
अमर शहीदों को सलाम
कुर्बान हो गए देश के
खातिर, गूंज रहा है जिनका नामउन समूहों को नमन है
जिसमे सब भारत के भाल
जलियावाला बाग़ कांड से
जो अमर हो गए धरा के लालस्व लहू के कतरे से
दिला गए सबको सम्मान
करता हूं मन से में
अमर शहीदों को सलाममां भूमि के अमर सपूतों
का, घर घर में है पहचान
भानु उदय सा जगा दिए जब
प्रत्येक देह में अमृत सा प्रानआगे बढ़कर क़दम बढ़ाए
रण में किए शत्रु संहार
करता हूं मन से मै
अमर शहीदों को सलामहम भारत के हिंदुस्तां है
हममें सब भारत ही भारत
कट जाऊंगा लूट जाऊंगा
जब घेरेगा देश को आफ़तआओ दिल से इन्कलाब बन
फैलाते है, जहां में नाम
करता हूं मन से में
अमर शहीदों को सलाम~ इमरान संभलशाही