मिलती है अजनबी की तरह!

कलमकार राजन गुप्ता 'जिगर' ने मुलाकात, प्यार और जुदाई से जुड़ी कुछ पंक्तियाँ प्रस्तुत की हैं, आप भी पढें। कर रहा हूँ मैं प्यार उससे ज़िन्दगी की तरह, अब तो वो भी मिलती है अजनबी की तरह! दूरियां बढ़ गयी…

0 Comments