कलमकार किशनजी की कुछ कहानियाँ

डॉ. कन्हैयालाल गुप्त द्वारा लिखी गईं कुछ लघुकथाएँ पढ़िए। १) अंगुठी मोहन के ससुर ने सगाई में अपनी बेटी राधा को पहनाई गयी अंगुठी वापस करते हुए अनाप शनाप कह रहे थे। इसका कारण यह था कि जब राधा की…

0 Comments