Tag: कलमकार- शुभम सिंह

  • जिंदगी एक सफ़र है

    जिंदगी एक सफ़र है

    जिंदगी एक सफ़र है- शुभम सिंह की यह कविता जीवन के उतार चढ़ाव और गति को संबोधित करती है। हमारे जीवन में भी अनेक पड़ाव आते हैं, कुछ ठहराव सा होता है लेकिन फिर से वह गतिमान हो जाता है। जिंदगी एक सफ़र है रेलगाड़ी की सफ़र जैसी जिसमें मिल जाते हैं कुछ अच्छे लोग।…

  • बदला जमाना है

    बदला जमाना है

    सुना है कि जमाना बदल गया है किंतु कलमकार शुभम सिंह ने ऐसा नहीं माना और इस कथन को अपनी कविता के जरिए गलत सिद्ध करने का प्रयास किया है। परिवर्तन तो संसार का नियम है और उसी का अनुपालन करते हुए हम सभी बहुत ज्यादा बदल गए हैं। है वही बसंत वही पवन, मौसम…

  • मजदूर एक योद्धा

    मजदूर एक योद्धा

    हर एक मजदूर योद्धा होता है, वे दो जून की रोटी जीतने के लिए प्रतिदिन संघर्ष करते हैं। कलमकार शुभम सिंह ने मजदूरों की संघर्षगाथा इस कविता में लिखी है और बताया है कि किस तरह उनका संघर्ष एक युद्ध सिद्ध होता है। रोज सबेरे एक योद्धा झोला-झंटा और हथियार लेकर चल देता है,लड़ने एक…