अमर शहीदों और भारत के वीरों की दास्ताँ

एक वीर जवान की चाहत ~ दिलीप कुमार शॉव मैं देश का वीर जवान हूँकिसी से युद्ध करना मेरी फितरत नहींपर ललकार को अस्वीकार कर दे मेरी फितरत नहीं।मैं अपने मुल्क में रहता हूँ नबाब की तरहदूसरे मुल्क के पास…

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भारतीय सैनिक- देश के रक्षक

सैनिक- खुद से जंग ~ हिमाँशु खर्कवाल चट्टान सा सीना है जिसका,और आँखों में अंगार है,,दिन, सूर्य के ताप में तपा,रात, साथ चाँद के खड़ा है, यादों की हवा,जिसके कानो से होकर जाती है,आँशु बह नहीं पाते,रूह मचल जाती है,…

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