Tag: सावन की कविताएं
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सावन का मौसम
आजा परदेसी ~ शुभम पांडेय गगन सावन की बहार है,बाहर गिरी बौछार हैआज मेरे परदेसी,तेरा इंतज़ार है। तुझसे मिलन की आस है, जिया मेरा उदास हैआज मेरे साजन, मिलन की प्यास है। दूर दूर से होती बात है, देखने की आस हैनयनों से गिरते आँशु, लगता है उपवास है। तुमसे मिलने को तड़पे, मेरे जिया…
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शिवजी की काव्यमय वंदना
नमो शिव ~ सविता मिश्रा अनादि तू अनंत तूसत्य तू ओमकार तूधर्म तू ग्यान तूसाधू संतो का मान तूहाथ में त्रिशूल धरजटा में गंगधारीमस्तक में सोहे चन्द्रमाजय हो त्रिपुरारीतन पे लपेटे भस्मगले में सर्पमाल हैकालों के भी काल हैशिव शंकर महाकाल है । बस बेल पत्र और एक लोटा जलखुश हो जाते निमिष मात्र मेंदेते…
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सावन: तीज – त्योहार – बरसात – बाढ़
कलमकारों द्वारा रचित श्रावण मास की कुछ कविताएं पढिए। देखो आया सावन झूम के ~ शिम्पी गुप्ता आसमान में छाए बदरा घूम केदेखो, देखो आया सावन झूम के सावन में जब कारे बदरा आते हैंसबके मन को बहुत रिझाते हैंघूम-घूम के जब मँडराते हैंआसमान में फिर ये छाते हैंलाते हैं ये सबके संदेशे दूर केदेखो,…
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सावन का महीना और बरसात
बरसात की बूदें प्रकृति में जीवन का संचार करतीं हैं। सावन का महीना बारिश के मौसम की शान है, इस मौसम में प्रकृति का सौन्दर्य अपने अलग रूप में होता है। हिन्दी कलमकारों द्वारा सावन के मौसम का अनूठा वर्णन किया गया है, उनकी स्वरचित कविताएं पढिए। सावन का महीना ~ सोनल ओमर बंजर धरती…
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बारिश की कहानी लिखती कलम
बरसात की बातें हिन्दी कवियों ने बड़ी खूबसूरती के साथ इन कविताओं में बताई है। यह मौसम जीवन में स्फूर्ति और पर्यावरण में हरियाली भर देता है। तपती धारा को शीतलता प्रदान करनेवाली वर्षा ऋतु की कविताएं इस पृष्ठ पर संकलित की गईं हैं, आइए इन्हें पढ़ें। वर्षा ~ अंजनी चौरसिया दूर गगन में बदरा…