आलोक कौशिक की दस रचनाएँ

१) प्रकृति विध्वंसक धुँध से आच्छादितदिख रही सृष्टि सर्वत्रकिंतु होता नहीं मानव सचेतकभी प्रहार से पूर्वत्र सदियों तक रहकर मौनप्रकृति सहती अत्याचारकरके क्षमा अपकर्मों कोमानुष से करती प्यार आता जब भी पराकाष्ठा परमनुज का अभिमानदंडित करती प्रकृति तबअपराध होता दंडमान…

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आलोक कौशिक की कहानियाँ

बदला विजय झा ने शराब की तस्करी करके करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली थी और अब उसने अपने काले धन को सफेद करने के लिए एक स्कूल खोल लिया था। उसने उस स्कूल का नाम अपने इकलौते बेटे अभिज्ञान…

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कारगिल विजय दिवस- शौर्य और पराक्रम का विजयोत्सव

भारतीय सेना के बहादुर जवानों के साहस, बलिदान और शौर्य का प्रतीक है- "कारगिल विजय दिवस" और हम उन शूरवीरों को नमन करते हैं जिन्होंने करगिल की दुर्गम पहाड़ियों शत्रु को भगाकर वहाँ तिरंगा लहराया। भारत और पाकिस्तान की सेनाओं…

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सावन का महीना और बरसात

बरसात की बूदें प्रकृति में जीवन का संचार करतीं हैं। सावन का महीना बारिश के मौसम की शान है, इस मौसम में प्रकृति का सौन्दर्य अपने अलग रूप में होता है। हिन्दी कलमकारों द्वारा सावन के मौसम का अनूठा वर्णन…

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