Tag: पुस्तक दिवस

  • इश्क़ करना किताबों से

    इश्क़ करना किताबों से

    तुम इश्क़ करना और जरूर करना पर किताबों से। इंसान से किये तो बर्बाद हो जाओगे। किताब से किये तो आबाद हो जाओगे। दिल ऐसे टूटेगा वीराना भी ना रहने देगा। खुद खुदा हो जाएगा, तुझे इंसान भी ना रहने देगा तुम इश्क़ करना और जरूर करना पर किताबों से। बस अपना कर्तव्य करो और…

  • किताबें

    किताबें

    किताबें, वो सच है जो हमें केवल, शिक्षित नहीं करती जीवन जीने का, सलीका बताती है किताबों का हर एक, पन्ना जीवन का सार, देती है। किताबें! हर उस सच से हमें वाकिफ़, करवाती है जिसके विषय में, जानने की हममें, ललक है किताबें ही, वो ज़रिया है जो, हमें जीवन के इतिहास, भूगोल, गणित,…

  • विश्व पुस्तक दिवस

    विश्व पुस्तक दिवस

    आज विश्व पुस्तक दिवस है, इसकी महत्ता सनातन युगों से चली आ रही है. आज भी प्रासंगिक है और अनंत युगों तक प्रासंगिक रहेगी. पुस्तके ज्ञान पुंज है, ये जहाँ रहेगी, स्वत: ही स्वर्ग वह स्थान बन जाएगा. पुस्तकों में युगों युगों की ज्ञान राशि संचित पड़ी है, तभी तो वेदों में कहा है. आ…

  • ज्ञान की भंडार हैं किताबें

    ज्ञान की भंडार हैं किताबें

    सभी प्रश्नों के उत्तर मिलते पढ़कर सबके चेहरे खिलते हर कोई ही मग्न है इसमें ज्ञान की है भण्डार किताबें। बचपन में कविता है भाती बहुत सी ऐसी कहांनी आती बच्चों को इक सीख है देती रंग भरी सारी वो किताबें। गणित से लेकर हिंदी पढ़ते इन्हीं से हमें भौतिकी आती रासायन मन को है…

  • पढ़ना सीखें

    पढ़ना सीखें

    घर पर बैठे बैठे सुस्ताओ नहीं, पास आओ मेरे घबराओ नहीं! चलो आज कुछ नया करें हम, किताबों से भला क्यों डरें हम! विद्या जगत की रोचक बातें, आओ आज हम गढ़ना सीखें! चलो मित्र आज हम मिलकर, बस खेल खेल में पढ़ना सीखें! हिन्दी अंग्रेज़ी दोनों भाषा ऐसी, दोनों लगे नई कोई पहेली जैसी!…

  • किताबों की दुनिया

    किताबों की दुनिया

    किताबों की दुनिया कितना अच्छा वक्त जब रहता था इंतज़ार एक नई किताब आने का छोड़ के सारे काम किताब नई पढ़नी थी बिना पढ़े न दिन में चैन था न रात में आराम अब तो वो समय ही कहाँ वाचनालय सुना है पुस्तकालय भी सुना है किताबें है बंद अलमारी में लगी है उन…

  • आओ चलें पाठ करें

    आओ चलें पाठ करें

    किताब स्वयं में है संसार आओ चलें पाठ करें किताब नहीं कोई व्यापार, आओ चले पाठ करें किताब की जैसी मां मेरी है जो कहती पल में, सब तेरी है इसमें नदियां है व इसमें झील चलना होता है लंबे मील शाख व पत्ते पेड़ भी रहते भौवरें गुन गुन गीत भी कहते सागर की…

  • मेरी किताबें

    मेरी किताबें

    किताबों पर मैं जाऊं वारी-वारी इसकी पंक्ति-पंक्ति जैसे हो कोई मेरी सवारी जिस पर बैठ मने घूमी दुनिया सारी किताबों ने मेरी जिंदगी संवारी इसके शब्दों की लीला है, न्यारी। इसमें होकर सवार कभी मैं घूमी दुनिया पुरानी तो मने बुद्धा की लुम्बनी जानी चाणक्य की नीति पहचानी एकलव्य की सुनी कहानी किताबों में हैं…

  • ये किताबें

    ये किताबें

    वर्तमान को, भविष्य को भूत के इतिहास को सजोये हुई है ये किताबें। वतन के परवानों को प्रेम के दीवानों को सजोये हुई है ये किताबें। वेदों को, शास्त्रों को बड़े-बड़े महाकाव्यों को सजोये हुई है ये किताबें। कृष्ण के मीरा को तुलसी के राम को सजोये हुई है ये किताबें। रसो को, अलंकारों को…