महागौरी वंदन- अष्टम दिवस
पूजा अर्चना उपासना से माँ अलौकिक सिद्धियां देती है गौरवर्ण में शोभित दिव्य रूप माता महागौरी कहलाती है अष्ठम दिवस पर करें आराधना माँ गौरी ही फल देती है बृषभ सवारी करती है माँ वृषारुढा भी कहलाती है श्वेत वस्त्र…
पूजा अर्चना उपासना से माँ अलौकिक सिद्धियां देती है गौरवर्ण में शोभित दिव्य रूप माता महागौरी कहलाती है अष्ठम दिवस पर करें आराधना माँ गौरी ही फल देती है बृषभ सवारी करती है माँ वृषारुढा भी कहलाती है श्वेत वस्त्र…
माता भवानी के पावन नवरात्रे। मन में भक्ति की जोत जगा ले।। किए थे सृजन इस दिन विधाता झोलियां भर दे हे माँ शैलसुता।। तरुवर सुवासित पुष्पों से श्रृंगार। दूर करो माता मन का अंधकार।। व्याधि जग की दूर कर…
नवरात्रों में धरा लगे बड़ी शोभित महामाया दुर्गा का घर-घर पूजन।। सृष्टि सृजन का प्रथम दिवस है यही किए थे इस दिन विधाता आवाहन। महामारी को नष्ट करो मां जगदम्बा यही विनय करें हम हिन्द के पुजारी।। जब जब हाहाकार…
हे माँ भगवती अपने लाल को ये वरदान देना। टूटे हौसला जब भी मेरा हाथ माता थाम लेना।। दुख में सुख में हर स्थिति में माँ तुझे ही पुकारा है। भंवर में फंसी है नैया माता तेरा ही एक सहारा…
हिंदू नव वर्ष में प्रीत का देना चाहता पैगाम, तोड़ने का न, वरन जोड़ने का करूँगा काम। अपने ईमान से न कभी भी मैं लड़खड़ाऊंगा, नव वर्ष में अच्छा करूँगा लोग लें मेरा नाम।। नव वर्ष में इंसानियत ही बन…
माँ शक्ति दे, माँ भक्ति दे, माँ मन में अनुराग दे, माँ प्रीति ऐसी जगा दे। आया है जो संकट, उसे टाल दे, निकाल दे, माँ देश को खुशहाल दें। हे अनंता, जग तारन माँ अपनी दया का प्यार दे।…
शिक्षा से रहे ना कोई वंचित संग सभी के व्यवहार उचित रहे ना किसी से कोई कर्ष कुछ ऐसा करो इस नूतन वर्ष भले भरत को दिलवा दो सिंहासन किंतु राम भी वन ना जायें सीता संग सबको समान समझो…
भारत देश की शान है, त्योहारों पर अभिमान है। संस्कृति हमारी सर्वोच्च रहे, यही तो एक पहचान है। इस देश में देवी पूज्य रहें, और देवों का सम्मान है। नव दिन की इस नवरात्रि में, कन्या ही पूज्य-मान है। सभी…
नए साल का नया सवेरा खुशियों से भर जाए दुःख की काली रात कभी लौट न वापस आए। सुख-समृद्धिऔरआनंद से घर- आंगन भर जाए नए अनुभवों के नए रंग से जीवन यह रंग जाए। सूरज की नई किरणें नित आश…
हे सृष्टि के प्रथम दिवस! नववर्ष तुम्हारा स्वागत है बीत गया है वर्ष पुराना नूतन की तैयारी है जो बीता जैसा बीता स्वर्ण समय की बारी है मातृभूमि हमारी भगवन, जग में निर्मल परिभाषित है नव वर्ष तुम्हारा.. मन को…
चलो चलें माँ के आँचल में ममता का दीदार करें कदमों में हम शीश झुकाकर माँ की जय-जयकार करें..।। माँ कल्याणी दुःख हर लेंगी ममता के आशीषों से सबका जीवन सुखमय होगा माँ का अब गुणगान करें..।। नौ दिन…
अब नवरात्रि की पावन बेला में हम सब माता का ध्यान लगाएं, अरदास करें मिलकर हम मां से इस रोग से हमको मुक्ति दिलाएं। फैल रखा है जो विषाणु देश में उस पर भी विजय हम पा लेंगे, करें पूजा…