Tag: तालाबंदी
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थाम ले तू महामारी
विश्व गुरु बनने का अवसर आया है थाम ले तू महामारी को, नाम अमर कर जाओ तुम। दिखा दे तू दम मिट्टी का, है यह राम का पावन धरती सकल राष्ट्र तेरे साथ है, सकल विश्व को मार्ग दिखाओ। दिखा दो महानता देश की, घर में रहकर साथ निभाओ तुम समय नहीं यह कोहराम का,…
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कोरोना की बात
आओ बच्चों आज लिखें कोरोना की बात लिखें। कोरोना महामारी को हम, मानवता पर घात लिखें।। कोरोना ही कोरोना बस, सारे जग का रोना है। मास्क लगाना, दूरी रखना, और हाथों को धोना है।। चाइना से पैदा होकर, सारे जग में फैल गया। कोरोना की आफत से अब, अमरीका भी दहल गया।। संक्रमण का रोग…
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कोरोना वायरस आया
चीन से कोरोना वायरस आया पूरी दुनिया मे आतंक मचाया जनता मे है खौफ छाया शिक्षा संस्थान बंद बंद हुए सब माल सहम गये सब लोग हुआ हाल बेहाल वायरस ने भारतीय संस्कृति को आगे बढाया पूरे विश्व ने भारतीय संस्कारो को.अपनाया हैंडशेक की जगह नमस्कार को अपनाया मासाहारी से मास छुडवाया शाकाहारी का पथ…
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जीतेगा इंसान
निश्चित जीतेगा इंसान हमारी न विस्मृत होगी पहचान तुम न बन सकोगे सर्वशक्तिमान इंसान में बसते हैं भगवान कुछ काल के लिए हारा है विज्ञान निश्चित होगा कोरोना तेरा निदान इंसान ही सबसे बलवान हर कोई शामिल है तुम्हारे विरुद्ध तुम चाहे जितने हो जाओ कुद्ध इस दहशत की लड़ाई में शायद उतनी मुश्किलें न…
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कोरोना: कलमकारों की अभिव्यक्तियां
कोरोना • लॉकडाउन • बचाव चलो लॉकडाउन को खास बनाते हैं चलो फासलों का फायदा हम उठाते हैं, इन दूरियों में इश्क आजमाते हैं। तुम घर पर रहो अपने मैं भी रहूँ घर में, चलो इक्कीस दिन बिना मिले बिताते हैं। महसूस करो तुम भी अपनी चाहत की गहराई को, चलो इन लम्हों को अब…
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कोरोना के खिलाफ़ सहयोग
सूझबूझ से लड़ना होगा हमें मिलकर इस बिमारी से लाॅकडाऊन में बिना किसी कारण से बाहर न निकलें चारदीवारी से वैश्विक पटल पर भंयकर छाया है “कोरोना” का कोहराम सभी से विनती है घर पर ही करना होगा आराम न दिन है इसका न है इसकी कोई शाम सजग रहें, लापरवाही न बरतें कोई इंसान…
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लक्ष्मण रेखा
घर की दहलीज अपनीहम सबको प्यारी हैफिर क्यों न रहे घरक्यों उल्लंघन करे हमलक्ष्मण रेखा कारोग को न्यौता देनेक्यों निकले सड़को परलोक डाउन का मतलबअपने घर पर होगीखुद की सुरक्षाआओ अभी करें संकल्पऔर ले संयम से कामकोरोना से लड़ने केदो हथियार हैसंकल्प व संयमहमेशा याद रखें ~ डॉ. राजेश कुमार शर्मा “पुरोहित”
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कोरोना से लड़ना है
ये सड़को पड़ी सन्नाटे कस्बो मोहल्लों पड़ी निस्तब्धता दुकानों पर पड़ी ताले गलियों पर वीरान पड़ी मंजरे बता रही है कि ये जिंदगी पे आयी कितनी बड़ी विपदा है ये महामारी के बाद आई त्रासदी की तस्वीरें है पर हमने घरों पर बैठने की कर ली अब तैयारी है अब घर पर बैठ कर ही…
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पलायन- एक सच्चाई
पलायन ही तो मेरे जीवन की सच्चाई है कभी प्रकृति की मार से तो कभी जगत के स्वामी की अत्याचार से पलायन तो मुझे ही करना पड़ता है। कभी अपने लिए, तो कभी अपनों के लिए पलायन ही तो मेरी जीवन यात्रा है। सुखा पड़ा तो परिवार के साथ जीवन बचाने के लिए पलायन, बाढ़…
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इस मन की पीर लिखूँ कैसे
मजबूर हुए मजदूरों की इस मन की पीर लिखूँ कैसे लाचारी बनी हुई सबकी लौटूँ घर-बार अभी कैसे। इस कोरोना का कहर हुआ और हाहाकार मचा ऐसे चल लौट चलें अपने घर को अब गाँव से दूर रहूँ कैसे। कैसी भी विपदा आती है सहना पड़ता है गरीबों को ऊपरवाले की झोली में नहीं मन…
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पलायन- मजदूरों का
कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन से दिहाड़ी मजदूर की पलायन करने की हृदय विदारक व्यथा को व्यक्त करने की एक कोशिश कलमकार सूर्यदीप कुशवाहा ने की है। मैं गरीब हूं बदनसीब हूं लॉक डाउन है बच्चे रो रहे हैं बस ट्रेन भी बंद है कोई उम्मीद नहीं है फैसला लेता हूं पैदल चलता हूं…
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पलायन- इंसानियत का
पलायन इन्सानों का नहीं इंसानियत की हैजंग लगी रहनुमाई और सड़े सियासत की है।अब तो बात हद से भी है आगे निकल चुकीअब कहाँ यारों काबू में सब ज़्म्हुरियत की है।दोषारोपण के खेल में हैं माहिरों की जमातेंकिसको कितनी चिंता यहाँ आदमीयत की है।क्या बताएं कितनी तंगहालि में लोग जी रहेकिस कदर किल्लत आज नेक…
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कोरोना से बचिए और जागरूक रहिए
कोरोना महामारी बचिए और जागरूक रहिए। भारत इसे जरूर हराएगा। यूं तो देखे थे सभी, इस संसार में महामारी बहुत हर दौर में दौरों का गुज़र है, मौत की सवारी बहुत नहीं दवा है इस सितम की, ख़ुद रहो महफूज़ तुम जो ज़रा लापरवा हुआ तो, बस रह जायेगी लाचारी बहुत घर से हम फुटपाथ…
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रोटी- लॉकडाउन में मजदूर
भारत में हुये लॉकडाउन से त्रस्त दिहाड़ी मजदूर की पीड़ा वह दिन भर फावड़ा चला रहा था, रूखी-सूखी ही कुटुम्ब को खिला रहा था, हाय कोरोना, तुझे वो बद्दुआ दे रही थी, बच्ची रोटी-रोटी चिल्ला रही थी। सुन नन्ही गुड़िया का करुण क्रन्दन, समझदारी दिखा रहा था नन्दन, पा भाई से झूठी तसल्ली वह सुसका…