बातें शहद की

हम में से सभी चाहते हैं कि हमे एक लंबा और स्वस्थ जीवन मिले औऱ एक अधिक समय तक जीवित रहें. डॉक्टर वैद्य हकीम साइंसदानों एवं माहेरीन इस खोज में लगे हैं कि मृत्यु को कुछ समय के लिए टाला…

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होली – रंग – कोविड

नीताराम शर्मा इस बार होली के बिना अधूरे ~ नीताराम शर्मा होली के बिन हम सबरंग रंग करके आया ये पर्वहोली इस बार खिली नहींसारे संसार में रंग नहीं खिल पाएहम सबके चेहरे रंग से खिल नहीं पाएसारा संसार दुःखी…

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मुश्ताक़ की कहानियाँ

अंजली, शामली और मैं अंजली और शामली इस वाक्ये को कई वर्ष गुज़र चुके हैं। लेकिन मैं आज भी शामली को नहीं भुला पाया हुं। रही बात अंजली की तो वो मेरे कॉलेज में मेरे साथ ही पढ़ाई कर रही…

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ऋतुराज बसंत का आगमन

दिनेश सिंह सेंगरकलमकार @ हिन्दी बोल India21MON01315 ऋतु ये वसंत आई ऋतु ये वसंत आई फूलों की बहार लाईमन में सुमन खिल रहे हैं दिन रात मेंयौवन पे ये निखार करके सौलह श्रृंगारइठलाती जा रही हो बात बिना बात में।…

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आखिर कब सुधरेंगे हम? कितनी जानें जाएंगी?

पता नहीं माहौल ऐसा क्यों बन चुका है। इंसान में मानसिक विकृतियाँ उसे एक अलग ही रूप में प्रस्तुत कर देती हैं जो एक सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं होता। संकीर्ण मानसिकता के चलते अनेकों बार गंभीर अपराध हो जाते…

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