ओ प्यारी नर्स

मुस्कान अपनी बिखेर दो न, ओ प्यारी नर्स! ग़म को खुशियों से घेर दो न, ओ प्यारी नर्स! हर मरीज़ की पीड़ा हर लो न, ओ प्यारी नर्स! नवजीवन का उसको वर दो न, ओ प्यारी नर्स! संकटमोचन का रूप…

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मेरी दूसरी मां

बालपन में उंगली पकड़े, जबमम्मी संग कभी कदारअस्पताल जाता था तोमुझे नहीं पता होता कि हम अस्पताल आए हैऔर आए है तो क्यों आए है?ये अस्पताल होता क्या है?अस्पताल में अपनी छोटी आंखों से मम्मी कोमम्मी की ही तरह किसी…

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