भारतीय सैनिकों को समर्पित कविताएं
शहादत जितेन्द्र दासकलमकार @ हिन्दी बोल India माँ की ललकार बने,पिता का सम्मान बने।जगत का बलिदान बने,माँ भारती का अभिमान बने।हाँ! हम वीरता पर गर्व करते हैं,क्योंकि, हमारें वीर सिपाही हैं।माँ भारती के चरणों में शीश को जो अर्पित कर…