कोरोना महामारी- लॉकडाउन

कहो सहेली ~ वंदना मोहन दुबे कहो सहेली इस लॉकडाऊन में,घिस-घिस जब तुमने बर्तन माँजे।मल-मलकर रसोई के आले पोंछे,एमए, बीए, एमबीए की डिग्री,काम आई क्या……. बोलो न सहेली। कहो सहेली ले झाड़ू जब तुमने,खटिया, चरपइया नीचे झुक-झुक,कोनों से झाड़ बुहारा…

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