सावन का मौसम

आजा परदेसी ~ शुभम पांडेय गगन सावन की बहार है,बाहर गिरी बौछार हैआज मेरे परदेसी,तेरा इंतज़ार है। तुझसे मिलन की आस है, जिया मेरा उदास हैआज मेरे साजन, मिलन की प्यास है। दूर दूर से होती बात है, देखने की…

0 Comments